भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने टेनिस के खेल से संन्यास लेने का फैसला किया है। ऑस्ट्रेलियन ओपन के महिला डबल्स में पहले दौर में हार के बाद सानिया ने 2022 को अपना आखिरी सीजन बताया। पोस्ट मैच कॉन्फ्रेंस में सानिया ने कहा कि इस सीजन को पूरा करने की कोशिश करेंगी। सानिया को फिलहाल ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिक्स्ड डबल्स में भाग लेना है। सानिया मिर्जा ने साल 2013 में एकल टेनिस मुकाबलों से रिटायरमेंट लिया था और अब डबल्स मुकाबलों को भी अलविदा कहने का फैसला किया है।
'सेहत, परिवार, सभी कारण '
सानिया मिर्जा ने संन्यास लेने के लिए कई कारण बताए। पिछले 19 सालों से सीनियर सर्किट में प्रोफेशनल टेनिस खेल रही सानिया के मुताबिक समय के साथ उनका शरीर भी अब कोर्ट में साथ नहीं दे रहा। ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले राउंड में मिली हार के बाद सानिया ने माना की मैच के बीच में उन्हें घुटने में दिक्कत हो रही थी। ऐसे में उम्र के साथ अब कोई भी चोट सही होने में ज्यादा समय लेती है, इसलिए खेल से दूर होने को सानिया ने सही कदम बताया। यही नहीं सानिया ने ये भी माना कि लगातार टूर्नामेंट के लिए अलग-अलग जगह जाना उनके 3 साल के बेटे के लिए भी ठीक नहीं है।
सानिया मिर्जा के मुताबिक वो साल 2022 के टेनिस सीजन को पूरा खेलना चाहेंगी, लेकिन फिलहाल वो हफ्ते दर हफ्ते के हिसाब से खेलने का प्लान बना रही हैं और हो सकता है कि वो बीच सीजन ही टेनिस को अलविदा कह दें।
टेनिस में भारत की पहचान हैं सानिया
35 साल की सानिया साल 2003 में विम्बल्डन का जूनियर बालिका डबल्स खिताब जीतकर इतिहास रचा था। तभी से सानिया देश में महिला टेनिस का पर्याय बन गईं। महेश भूपति और लिएंडर पेस के बाद सानिया ने टेनिस की दुनिया में भारत को अलग पहचान दिलाने में कामयाबी हासिल की। सानिया ने 2003 में अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत सीनियर सर्किट में की। 2007 में महिला सिंगल्स की रैंकिंग में सानिया 27वें नंबर पर पहुंची जो किसी भी भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी की सर्वश्रेष्ठ WTA रैंकिंग है। यही नहीं 2009 में सानिया ने महेश भूपति के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीता। सानिया कोई भी ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। सानिया महिला डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में मिलाकर 6 ग्रैंड स्लैम जीत चुकी हैं जिनमें चारों ग्रैंड स्लैम शामिल हैं।