दक्षिण कोरिया के जिंजू में आयोजित हो रही एशियाई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत का अभियान समाप्त हो गया है। भारत को इस प्रतियोगिता में 3 सिल्वर मेडल प्राप्त हुए। हालांकि 13 मई तक प्रतियोगिता में और स्पर्धाएं होनी हैं, लेकिन भारत की ओर से चयनित सभी वेटलिफ्टर्स के मुकाबले पूरे हो चुके हैं।
भारत को पुरुषों की 67 किलोग्राम वेट कैटेगरी में युवा भारोत्तोल्लक जेरेमी लालरिनुंगा ने सिल्वर मेडल दिलाया। स्नैच कैटेगरी में जेरेमी ने 141 किलोग्राम भार सफलता से उठाकर पदक जीता। हालांकि क्लीन एवं जर्क में उनकी कोई भी लिफ्ट सफल नहीं हुई, और इस कारण ओवरऑल स्पर्धा में उन्हें कोई पदक नहीं मिला। एशियाई चैंपियनशिप में हर लिफ्ट के अंदर क्लीन एंड जर्क के लिए अलग पदक था जबकि स्नैच के लिए अलग पदक मिले। लिफ्ट के खत्म होने के बाद क्लीन-जर्क और स्नैच के आंकड़े जोड़ने के बाद ओवरऑल पदक भी अलग से दिया गया।
भारत के लिए बाकी दो पदक बिंदियारानी देवी ने जीते। 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाली बिंदियारानी ने महिलाओं की 55 किलोग्राम वेट कैटेगरी में क्लीन एंड जर्क में 111 किलोग्राम भार उठाकर दूसरा स्थान हासिल किया जिसके लिए उन्हें सिल्वर मिला। इसके बाद स्नैच के आंकड़े की गणना किए जाने पर बिंदिया ओवरऑल भी दूसरे स्थान पर रहीं जिसके लिए उन्हें एक और सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ।
प्रतियोगिता में भारत की मीराबाई चानू से पदक की उम्मीद सभी को थी, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। टोक्यो ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट चानू महिलाओं के 49 किलोग्राम भार वर्ग में ओवरऑल छठे नंबर पर रहीं। स्नैच में महज 85 किलोग्राम उठाने के बाद मीराबाई ने क्लीन एंड जर्क में 109 किलोग्राम भार उठाया लेकिन दूसरे और तीसरे प्रयास के लिए बाहर ही नहीं आई। कुल 194 किलोग्राम वेट उठाने के साथ ही वह छठे नंबर पर रहीं। एशियाई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप इस साल सितंबर में होने वाले एशियन गेम्स की तैयारी के लिहाज से काफी महत्त्वपूर्ण है।