रियो ओलंपिक्स 2016 में पदक जीतने वाले भारत के 5 सबसे प्रबल दावेदार

भारत धीरे ही सही, लेकिन ओलंपिक्स में सफलता हासिल करने वाले देशों में अपनी जगह मजबूत करने लगा है। भारत ने नई दिल्ली में हुए 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में 101 पदक जीते, जबकि 2014 में 62 पदक जीते। इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में भारतीय एथलीटों ने 57 पदक जीते। अब रियो ओलंपिक्स की बारी है। भारतीय एथलीटों से इसमें लंदन ओलंपिक्स की तुलना में अधिक पदक और सफलता हासिल करने की उम्मीद लगाई जा रही है। 2012 लंदन ओलंपिक्स में भारत ने 6 पदक जीते थे। भारत ने रियो में अब तक का अपना सबसे बड़ा दल भेजा है। 119 एथलीट इस ओलंपिक की 15 स्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं और लंदन की तुलना में उनसे ज्यादा पदक जीतने की आशा है। यहां हम देश के उन पांच एथलीटों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पदक जीतने के प्रबल दावेदार हैं : विनेश फोगट रियो ओलंपिक्स 2016 में महिला रेसलिंग के 48 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेने वाली विनेश फोगट से पदक की बहुत उम्मीदें हैं। वह पहलवानों के परिवार से ताल्लुक रखती हैं। विनेश के अंकल महावीर सिंह फोगट हैं जो बहुत लोकप्रिय हैं। एमैच्योर रेसलर महावीर ने अपनी बेटी गीता फोगट को कोचिंग दी जिन्होंने 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। यह कुश्ती में भारतीय महिला द्वारा जीता पहला स्वर्ण पदक भी था। 21 वर्षीया विनेश ने पिछले तीन वर्षों में बहुत प्रभावी प्रदर्शन किया है। उन्होंने 2014 ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में 48 किग्रा महिला फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। फोगट ने 2014 एशियन गेम्स में इसी वजन वर्ग में कांस्य पदक जीता। 2015 एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप्स में रजत पदक जीतने के बाद विनेश ने दूसरे वर्ल्डवाइड क्वालीफ़ायर टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया। विनेश की कुश्ती की तकनीक शानदार हैं और वह काफी फुर्तिली भी हैं। इस मिश्रण को देखते हुए उनसे भारत के लिए पदक जीतने की उम्मीदें बढ़ जाती हैं। जेएसडब्लू स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम से समर्थन प्राप्त कर रही विनेश फोगट भारत की शीर्ष एथलीटों में से एक हैं और उनका लक्ष्य अपने परिवार तथा देश को गौरवान्वित करना है। जीतू राय jitu rai म्युनिख में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में अपना पहला पदक जीतने के बाद से जीतू राय का शानदार प्रदर्शन जारी हैं। इसके बाद उन्होंने मरिबोर में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण और 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता। 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान दो गेम्स रिकॉर्ड्स भी बनाए। री ने बुसान एशियन गेम्स में अपनी क्षमता दर्शाते हुए 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण जबकि 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता। 2006 में नेपाल ने भारत आए आर्मीमैन ने हाल ही में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में रजत पदक जीता और उनके ओलंपिक में भी पदक जीतने की पूरी संभावना हैं। विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर मौजूद जीतू राय 2016 रियो ओलंपिक्स में पहले ही दिन पदक जीतकर भारत के लिए पदक का खाता खोल सकते हैं। साइना नेहवाल saina साइना नेहवाल ने अपने बैडमिंटन करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं और उन्हें किसी परिचय की जरुरत नहीं हैं। ओलंपिक्स में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय शटलर पिछले पांच वर्षों से निरंतर बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। विश्व रैंकिंग में पांचवें स्थान पर मौजूद साइना अच्छे फॉर्म में हैं और भारत को उनसे पदक की बहुत उम्मीदें हैं। 2015 में कोई सुपर सीरीज प्रीमियर टूर्नामेंट नहीं जीतने के बावजूद साइना का प्रदर्शन अच्छा रहा और वह निरंतर खिलाड़ियों की रैंकिंग में शीर्ष दो स्थानों में शामिल रहीं। 2016 की शुरुआत में ख़राब शुरुआत के बाद साइना ने शानदार प्रदर्शन किया। विशेषतौर पर ऑस्ट्रेलियन ओपन और उबर कप में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा। विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर पहुंचने वाली साइना देश की पहली महिला शटलर हैं और देश को पदक दिलाने के लिए वह अपना पूरा जोर लगाएंगी। वह 2012 लंदन ओलंपिक्स से बेहतर प्रदर्शन इस बार करने के लिए तत्पर होंगी। नरसिंह यादव narsingh रियो ओलंपिक्स में जाने से पहले इस एथलीट ने ख़राब समय देखा क्योंकि पहले सुशील ने जाने की मंशा जताई और फिर वह डोपिंग के साए में घिर गए। हालांकि यादव ने इन सभी बाधाओं को पार कर लिया और अब रियो में भारतीय दल का हिस्सा हैं। नरसिंह 74 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे। उन्हें 2 बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार पर तरजीह मिली। नरसिंह ने 2015 में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप्स में प्रयास करके रियो का कोटा हासिल किया था। तब उन्होंने कांस्य पदक जीता था। वह रेपचेज राउंड में शानदार प्रदर्शन करने के बाद जीते थे। जेएसडब्लू स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम से समर्थन हासिल कर रहे पहलवान ने 2015 एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद उन्होंने काफी लोकप्रियता हासिल की थी। नरसिंह को तब झटका लगा जब उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन करने के लिए डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया। हालांकि उन्हें बेकसूर मानकर नाडा ने क्लीन चिट दी। नरसिंह के पास अपनी प्रतिभा दिखाने का शानदार मौका है और देश के लिए पदक जीतने का भी मौका हैं। वह हर हाल में देश को गर्व महसूस कराने का प्रयास करेंगे। दीपिका कुमारी deepika kumari 2012 लंदन ओलंपिक में भारतीय दल की युवा सदस्यों में से एक दीपिका कुमारी 2016 रियो ओलंपिक में पदक विजेता की दावेदार के रूप में गई हैं। वह विश्व रैंकिंग में 12वें स्थान पर हैं और वह पदक जीतने की बड़ी उम्मीद्वार हैं। अनुभवहीन और दर्द के चलते वह 2012 लंदन ओलंपिक्स में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी थी, फिर भी ऐसा प्रदर्शन किया कि भारत टीम स्पर्धा में 8वें स्थान पर रहा। हालांकि विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर रहने के बावजूद वह व्यक्तिगत स्पर्धा के पहले ही दौर में बाहर हो गईं। चार वर्ष लंबा समय होता है और दीपिका ने इस दौरान काफी अनुभव हासिल किया। उन्होंने 2013 आर्चरी वर्ल्ड कप के तीसरे चरण में स्वर्ण पदक जीता था और फिर 2013 एफआईटीए आर्चरी विश्व कप में रजत पदक जीता। उन्होंने 2015 में विश्व कप फाइनल में रजत पदक जीता और ओलंपिक्स में गईं। दीपिका से देश को पदक जीतने की बहुत उम्मीदें होंगी।