बजरंग पूनिया को ओलंपिक के लिए क्‍वालीफाई करने वाले रेसलर्स की चिंता, दिया बड़ा बयान

बजरंग पूनिया
बजरंग पूनिया

भारत के स्‍टार पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण प्रतिस्‍पर्धा के समय का नुकसान हुआ है और इससे उन पहलवानों के सामने चुनौतियां बढ़ गई हैं, जिन्‍हें टोक्‍यो ओलंपिक्‍स के लिए अभी क्‍वालीफाई करना बाकी है। बजरंग पूनिया ने कहा कि उनके जैसे पहलवान, जो पहले ही ओलंपिक्‍स के लिए टिकट हासिल कर चुके हैं, उनका सिर्फ एक ही लक्ष्‍य है और वह हर संभव तरीके से खेल में मेडल जीतने की तैयारियों में जुटे हैं। 65 किग्रा वर्ग में दुनिया के शीर्ष पहलवानों में से एक बजरंग पूनिया ने हाल ही में इंस्‍पायर इंस्‍टीट्यूट ऑफ स्‍पोर्ट्स (आईआईएस) में ट्रेनिंग शुरू की है, जहां उनके साथ जॉर्जिया के कोच शाको बेनटिनिडीस भी जुड़े।

आईआईएस द्वारा अपने दूसरी सालगिरह पर आयोजित वेबीनार में बजरंग पूनिया ने कहा, 'मेरा स्‍पष्‍ट लक्ष्‍य है कि ओलंपिक्‍स में दमदार प्रदर्शन करना है। यह उनके लिए ज्‍यादा चुनौती भरा है, जिन्‍होंने अब तक ओलंपिक टिकट हासिल नहीं किया है। मैं यह नहीं कह सकता कि मेरे प्रदर्शन में गिरावट आएगी या नहीं क्‍योंकि अभी कोई प्रतिस्‍पर्धा नहीं है।'

भारत के चार पहलवान बजरंग पूनिया (65 किग्रा), दीपक पूनिया (86 किग्रा), रवि दहिया (57 किग्रा) और विनेश फोगाट (महिला 53 किग्रा) ने अब तक ओलंपिक टिकट हासिल किया, जो कि अगले साल होना है। बजरंग पूनिया ने कहा, 'हम सभी बंद रहे हैं। मगर मैंने एक भी दिन ट्रेनिंग मिस नहीं की। काफी कुछ निर्भर करता है कि आपके आस-पास सपोर्ट स्‍टाफ कैसा है। वो आपको प्रोत्‍साहित करते हैं या हतोत्‍साहित। मेरे आस-पास अच्‍छे लोग हैं।'

बजरंग पूनिया के साथ-साथ पूजा भी चिंतित

विश्‍व चैंपियनशिप में मेडल हासिल करने वाली पूजा ढांढा ने भी कहा कि कम प्रतिस्‍पर्धा से रेसलर्स को नुकसान हो रहा है। पूजा ने कहा, 'दिमाग केंद्रित था। प्रतिस्‍पर्धा के एक से डेढ़ महीने पहले और तब शरीर भी उसी आकार में था। जब प्रतिस्‍पर्धा हो तो हम अपने प्रतिद्वंद्वी को भांप सकते हैं। इसलिए प्रतिस्‍पर्धा नहीं होने से निश्चित ही खेल पर प्रभाव पड़ा है।'

पूजा ने आगे कहा, '57 किग्रा सबसे ज्‍यादा प्रतिस्‍पर्धी होती है। सभी अच्‍छे रेसलर्स वहां होते हैं, लेकिन मैंने उनके खिलाफ लड़ाई की है। मुझे बस अपनी फिटनेस का ख्‍याल रखने की जरूरत है। मुझे पिछले साल एक के बाद एक चार चोट लगी, इसलिए रिहैब ने कुछ समय का प्रदर्शन खींच लिया। मेरे दिमाग में दिसंबर में होने वाली विश्‍व चैंपियनशिप है। यहां जीतकर ओलंपिक्‍स में क्‍वालीफाई करना है। मुझे खुशी है कि ओलंपिक्‍स स्‍थगित हुआ, जिससे मुझे एक और मौका मिला।'

बजरंग पूनिया ने कोच को दिया धन्‍यवाद

बजरंग पूनिया ने अपने कोच शाको का धन्‍यवाद दिया, जिन्‍होंने रेसलर और उसकी सुरक्षा पर ज्‍यादा ध्‍यान दिया। बजरंग पूनिया ने कहा, 'मैं शाको बेनटिनिडीस को बड़ा धन्‍यवाद देना चाहता हूं, जो भारत में कोरोना मामले बढ़ने के बावजूद आए। उन्‍होंने मेरे लिए रणनीति तैयार की और सलाह दी कि मुझे अपनी तकनीक में जरा सा बदलाव करना है क्‍योंकि प्रतिद्वंद्वियों ने मेरा खेल देखा है।'

Edited by निशांत द्रविड़