सिर पर चोट और 6 अंकों से पिछड़ने के बावजूद बजरंग ने जीता विश्व चैंपियनशिप का ब्रॉन्ज

ब्रॉन्ज मेडल बाउट जीतने के बाद ईश्वर का धन्यवाद देते बजरंग पुनिया (सौ.- uww)।
ब्रॉन्ज मेडल बाउट जीतने के बाद ईश्वर का धन्यवाद देते बजरंग पुनिया (सौ.- uww)।

टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट भारत के पहलवान बजरंग पुनिया ने सर्बिया के बेलग्रेड में हो रही विश्व रेसलिंग चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर लिया है। 28 साल के इस भारतीय पहलवान ने पुरुषों के 65 किलोग्राम भार वर्ग के ब्रॉन्ज मेडल मैच में पोर्टो रिको के सबेस्टियन रिवेरा को 11-9 के करीबी अंतर से मात दी। खास बात ये है कि इस मुकाबले में बजरंग न सिर्फ चोट के कारण सिर पर पट्टी बांधकर खेल रहे थे बल्कि एक समय 6-0 से पीछे भी थे।

चोट के साथ किया दंगल

बजरंग को पहले मैच के दौरान चोट के कारण इस तरह पट्टी बांधकर खेलना पड़ा (सौ. - uww)
बजरंग को पहले मैच के दौरान चोट के कारण इस तरह पट्टी बांधकर खेलना पड़ा (सौ. - uww)

बजरंग ने ये जीत वाकई में खून-पसीने से कमाई है। शनिवार देर रात अपने भार वर्ग की पहली बाउट में ही बजरंग को सिर में चोट लग गई थी। क्यूबा के एलेहांद्रो वाल्दास के खिलाफ इस मुकाबले में बजरंग को इतनी बुरी तरह चोट लगी थी कि उन्होंने पूरी प्रतियोगिता सिर पर पट्टी बांध कर खेली है। बजरंग ने पहले मुकाबले में एलेहांद्रो को 5-4 से हराया। लेकिन क्वार्टरफाइनल में उन्हें अमेरिका के युवा पहलवान यिआनी डियाकोमिहालिस ने 10-0 के अंतर से टेक्निकल सुपिरियोरिटी से मात दी।

यिआनी ने सेमीफाइनल में पोर्टो रिको के सबेस्टियन रिवेरा को भी 10-0 से हराया और फाइनल में पहुंच गए। इसके चलते बजरंग को पोडियम फिनिश करने का मौका रेपेचाज के जरिए मिला। रेपेचाज के पहले मैच में अर्मीनिया के वाज्गेन तेवेन्यान को बजरंग ने 7-6 के अंतर से हराया। इसके बाद बजरंग ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में पोर्टो रिको के सबेस्टियन के खिलाफ बाउट शुरु की तो विरोधी खिलाड़ी ने शुरुआती 30 सेकेंड में ही बजरंग पर 6-0 की बढ़त बना ली। बजरंग ने शानदार वापसी कर मैच में न सिर्फ बराबरी की बल्कि इसके बाद 11-9 के अंतर से बाउट जीत ली।

बजरंग का ये चौथा विश्व रेसलिंग मेडल है। इससे पहले वो साल 2013 में कांस्य, साल 2018 में सिल्वर, और 2019 में कांस्य पदक जीत चुके हैं और विश्व चैंपियनशिप में चार मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान हैं।