भारत के दो बार के ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार को छत्रसाल स्टेडियम विवाद में शनिवार को जलंधर के करीब पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पंजाब पुलिस अब सुशील कुमार को दिल्ली पुलिस को सौंपेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 'सुशील कुमार को जलंधर के करीब गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में आरोपी सुशील कुमार के साथी अजय कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।'
सुशील कुमार आखिरी बार शुक्रवार को टोल नाके पर कार के अंदर बैठे दिखे थे, जिसके बाद उनकी तलाशी तेजी से की जा रही थी। अब पंजाब पुलिस ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान को पकड़ने में कामयाब हुई है।
18 मई को सुशील कुमार ने नई दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया था, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। पिछले सप्ताह दिल्ली पुलिस ने सुशील कुमार को पकड़वाने को 1 लाख रुपए नकद ईनाम देने की घोषणा की थी। बता दें कि सुशील कुमार 4 मई से फरार थे।
याद हो कि 4 मई को पहलवान के दो गुट छत्रसाल स्टेडियम में भिड़े, जिसमें 23 साल के धनकर की चोट के कारण मौत हो गई। उन्हें इस विवाद के दौरान ही चोट लगी थी। दिल्ली कोर्ट ने सुशील कुमार के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया था।
छत्रसाल विवाद में क्या हुआ
ध्यान दिला दें कि देश की राजधानी के छत्रसाल स्टेडियम में हुए विवाद में 23 साल के सागर और उसके दो दोस्तों की कथित तौर पर कुछ अन्य पहलवानों ने बुरी तरह पिटाई की थी। इसमें सागर की मौत हो गई थी। यह विवाद दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में एक फ्लैट खाली करने को लेकर हुआ था।
पुलिस के अनुसार इस विवाद में सुशील कुमार, अजय, प्रिंस दलाल, सोनू, सागर, अमित और अन्य लोग शामिल थे। पुलिस ने इस संबंध में भारतीय दंड संहिता और आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस हरियाणा के झज्जर के रहने वाले प्रिंस दलाल (24) को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
इंडियन रेलवेल के साथ कार्यरत कुमार छत्रसाल स्टेडियम में ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) में पोस्टेड थे, जहां पूरा विवाद हुआ। छत्रसाल विवाद मामले में पुलिस ने पहले ही पीड़ितों के बयान दर्ज कर लिए हैं। छत्रसाल विवाद के पीड़ितों का आरोप है कि सुशील कुमार मौके पर मौजूद थे जब अनियंत्रित लड़ाई हुई। सुशील कुमार ने 2008 बीजिंग ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज जबकि 2012 लंदन ओलंपिक्स में सिल्वर मेडल जीता था।