74 किलोग्राम वर्ग में रियो ओलंपिक में जाने को लेकर सुशील कुमार ने अब कोर्ट का रुख किया है। 32 साल के सुशील कुमार ने नरसिंह यादव के साथ ट्रायल कराने को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में जाने का फैसला किया है भारत की ओर से 74 किलोग्राम वर्ग में कौन रैसलर देश का प्रतिनिधित्व करेगा इस बात को लेकर काफी दिन गर्म माहौल रहा। 12 मई को रिपोर्ट आई कि भारतीय कुश्ती संघ ने नरसिंह यादव का नाम आगे भेजा है। हालांकि फेडरेशन ने बाद में कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। रैसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा तैयारी कैम्प में शामिल रैसलरों में सुशील कुमार का नाम नहीं है। इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए सुशील कुमार के कोच सतपाल ने कहा कि उन्हें कोर्ट का रास्ता अपनाते हुए दुख हो रहा है, क्योंकि उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है। "हमें कोर्ट में जाते हुए शर्मिंदगी महसूस हो रही है, लेकिन हमारे पास कोई रास्ता नहीं है। सुशील कुमार ट्रायल चाहते हैं"। इससे पहले खेल मंत्रालय ने पहले ही साफ कर दिया है कि 74 किलोग्राम वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, इस बात का फैसला फेडरेशन को लेना है। इससे पहले सिर्फ एक बार ही ट्रायल हुआ है। 1996 अटलांटा ओलंपिक से पहले पप्पू यादव और काका पवार के बीच ट्रायल हुआ था। जिसमें काका पवार ने बाजी मारी थी औऱ उन्होंने अटलांटा ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।