राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने सोमवार को ही नरसिंह को डोपिंग के आरोपों से मुक्त करते हुए उनके रियो जाने के दरवाजे खोल दिए थे।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू से सोमवार से कहा था कि नाडा ने नरसिंह पर लगे डोपिंग के आरोपों को खारिज कर दिया है और उन्हें अब दोबारा 74 किलोग्राम भारवर्ग में शामिल किया जाना चाहिए।
डब्ल्यूएफआई ने बुधवार को कहा कि यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने नरिसंह को रियो ओलम्पिक में खेलने की अनुमति दे दी है।
पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीत भारत को ओलम्पिक कोटा दिलाने वाले नरसिंह 25 जून को नाडा द्वारा कराए गए डोप टेस्ट में असफल साबित हुए थे। उनके नमूने में प्रतिबंधित स्टेरॉयड के अंश पाए गए थे।
हालांकि नाडा ने उन्हें डोपिंग के आरोपों से मुक्त करते हुए कहा था कि प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी द्वारा उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई है।
डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह ने कहा, "हमने विश्व संस्था को तुरंत एक पत्र लिख कर कहा था कि नाडा द्वारा निर्दोष साबित किए जाने के बाद नरसिंह का नाम 74 किलोग्राम भारवर्ग में दोबारा शामिल किया जाना चाहिए। मैं आज यह बताते हुए खुश हूं कि यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने हमारे पत्र का जवाब देते हुए नरसिंह को ओलम्पिक खेलों में खेलने की मंजूरी दे दी है।"
हालांकि नरसिंह का रियो ओलम्पिक जाने का रास्ता विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) द्वारा मंजूरी मिलने के बाद ही साफ हो पाएगा। वाडा, नाडा के फैसले की समीक्षा करने के बाद इस पर फैसला करेगी। वाडा, नाडा के फैसले को खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में चुनौती भी दे सकती है।
--आईएएनएस