2016 रियो ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट रेसलर साक्षी मलिक ने पूरे 5 सालों के इंतजार के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोई गोल्ड जीता है। साक्षी यूनाईटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) रैंकिंग सीरीज में पहला स्थान हासिल कर गोल्ड अपने नाम किया है।
कजाकिस्तान के अलमाती में खेली जा रही रैंकिंग सीरीज की 62 किलोग्राम कैटेगरी में साक्षी ने कजाकिस्तान की आईरिना कुजनेत्सोवा को टेक्निकल सुपिरियोरिटी के आधार पर मात दी। इसके बाद साक्षी ने उजबेकिस्तान की रुशाना अब्दिरासुलोवा को 9-3 से हराते हुए अगले दौर में पहुंचे। सेमीफाइनल में मंगोलिया की सेरेन्चिमेंड सुखी ने मैच में नहीं उतरने का फैसला किया तो साक्षी सीधे गोल्ड मेडल राउंड में पहुंच गईं।
गोल्ड मेडल राउंड में साक्षी ने आइरिना कुज्नेत्सोवा का फिर सामना किया और उन्हें 7-4 से हराते हुए गोल्ड अपने नाम किया। पिछले काफी समय से साक्षी लगातार खराब प्रदर्शन से जूझ रहीं थीं यहां तक कि टोक्यो ओलंपिक के लिए हुए ट्रायल्स में भी वो क्वालीफाई नहीं कर पाईं थी। अब साक्षी मलिक ने पिछले 5 साल के सूखे को खत्म करने में कामयाबी पाई है। आखिरी बार साल 2017 में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में साक्षी ने गोल्ड जीता था जबकि उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में 2020 और 2022 में उन्होंने ब्रॉन्ज जीता था। साक्षी ने हाल ही में 2022 कॉमनवेल्थ खेलों के लिए हुए ट्रायल्स में भाग लिया और 62 किलोग्राम वर्ग में जीत दर्ज कर क्वालीफाई करने में कामयाब रहीं।
साक्षी के अलावा 57 किलोग्राम कैटेगरी में भारत की मानसी ने भी गोल्ड जीता। मानसी ने बेहतरीन प्रदर्शन कर कजाकिस्तान की एम्मा तिसिना को आसानी से मात दी। दिव्या काकरन ने 67 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की। इनके अलावा 76 किलोग्राम वर्ग में भारत की पूजा ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।