भारतीय कुश्ती जगत को अंडर-23 विश्व रेसलिंग चैंपियनशिप से पहले करारा झटका लगा है। स्पेन के दूतावास की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस प्रतियोगिता के लिए 21 भारतीय पहलवानों का वीजा कैंसिल कर दिया गया है। स्पेन की ओर से आशंका जताई गई है कि प्रतियोगिता के बहाने भारतीय पहलवान स्पेन आएंगे, लेकिन वहां से भारत नहीं लौटेंगे।
स्पेन के पोंटेवेद्रा में 17 अक्टूबर 2022 से शुरु हुई प्रतियोगिता 23 अक्टूबर तक आयोजित हो रही है। ग्रीको रोमन और फ्रीस्टाइल की अलग-अलग वेट कैटेगरी के मुकाबले इसमें होने हैं। ऐसे में जब भारत के 21 पहलवान दिन-रात एक कर प्रतियोगिता में मेडल जीतने की तैयारी कर रहे थे, तब आखिरी दिनों में स्पेन ने ऐसा करके हुए शर्मनाक हरकत की है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कुश्ती की वैश्विक बॉडी UWW यानी यूनाईटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अधिकारियों को स्पेन के खिलाफ शिकायत लिखित में देने का फैसला किया है और भविष्य में स्पेन में कोई भी कुश्ती संबंधित प्रतियोगिता नहीं करवाने के लिए भी अपील करने की बात कही है। भारतीय खेल प्रेमी भी स्पेन की इस हरकत के बाद सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
भारत की ओर से कुल 30 युवा पहलवान अंडर-23 वर्ल्ड कप में भाग लेने जा रहे थे। ग्रीको रोमन कैटेगरी में 6 और फ्रीस्टाइल वर्ग में 3 पहलवानों को छोड़कर बाकी सभी के वीजा को रिजेक्ट कर दिया गया। जिन पहलवानों का वीजा रिजेक्ट किया गया है उनमें मौजूदा अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन अंतिम पंघल भी हैं जो ये कारनामा करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं थी।
बर्मिंघम में जुलाई-अगस्त 2022 के कॉमनवेल्थ खेलों के समाप्त होने पर पाकिस्तान के दल के कुछ खिलाड़ी देश वापस नहीं गए और वीजा समाप्त होने के बाद भी इंग्लैंड में ही बने रहे। भारत के लिए स्पेन की ओर से उठाए गए फैसले को कुछ खेल विशेषज्ञ इस घटना से भी जोड़कर देख रहे हैं। लेकिन जिस प्रकार का प्रदर्शन भारतीय रेसलरों का पूर्व में रहा है उसे देखते हुए इस प्रकार का दावा करना काफी बेतुका साबित हो रहा है।