प्रवीण कुमार ने शंघाई में आयोजित वुशु वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही पुरुष वर्ग में गोल्ड मेडल जीतने वाले वो पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं । 48 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में उन्होंने फिलीपींस के रसेल डियाज को हराया।
वुशू एसोशिएशन के महासचिव सहैल अहमद ने बताया कि यह देश के लिए काफी बड़ा दिन है। वुशु में हमें स्वर्ण पदक मिला है जो हम सबके लिए काफी गर्व की बात है। प्रवीण ने इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी को हराया था। वो हरियाणा के रहने वाले हैं।
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट कर प्रवीण को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ' भारत के लिए ये बेहद ही गर्व का पल है। प्रवीण कुमार ने वुशु वर्ल्ड चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। वो ये कारनामा करने वाले पहले भारतीय पुरुष हैं। उन्हें बहुत-बहुत बधाई।'
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भी ट्वीट कर प्रवीण कुमार को बधाई दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ' वर्ल्ड वुशु चैंपियनशिप में किसी भारतीय पुरुष द्वारा पहली बार गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा करने वाले प्रवीण कुमार को बहुत-बहुत बधाई'।
आपको बता दें कि 2017 में पूजा कादियान वुशु में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं थीं। उन्होंने फाइनल मुकाबले में अपनी विरोधी को 2-1 से हराया था। उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
प्रवीण कुमार के अलावा इस चैंपियनशिप में पूनम ने महिलाओं की 75 किलोग्राम कैटेगरी और सनाथोई देवी ने 52 किलोग्राम कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता। वहीं पुरुषों की 60 किलोग्राम कैटेगरी में विक्रांत बालियान ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
आपको बता दें कि वुशु एक मार्शल आर्ट है, जिसमें किक बॉक्सिंग समेत कई तरह के दांव-पेंच होते हैं।