WWE ने इस साल 'किंग ऑफ द रिंग' टूर्नामेंट की वापसी करवाने का फैसला लिया था, जिसके क्वार्टरफाइनल मैच पूरे हो चुके हैं और 4 बेहतरीन रेसलर्स ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। फिन बैलर (Finn Balor), सैमी जेन (Sami Zayn), जिंदर महल (Jinder Mahal) और ज़ेवियर वुड्स (Xavier Woods) अंतिम 4 में जगह बनाने वाले सुपरस्टार्स हैं।
पहले सेमीफाइनल में जेन का सामना बैलर से होगा, वहीं दूसरे सेमीफाइनल में महल की भिड़ंत वुड्स से होगी। चारों के दुनिया में करोड़ों फैंस हैं और सभी अपने पसंदीदा सुपरस्टार को क्राउन जीतते हुए देखना चाहते हैं, लेकिन अंत में जीत किसी एक को ही मिल पाएगी।
इस बीच करोड़ों भारतीय प्रो रेसलिंग फैंस उम्मीद कर रहे होंगे कि भारत को अपना पहला किंग मिले, मगर अन्य सुपरस्टार्स की जीत की संभावनाएं भी उन्हीं के बराबर हैं। इसलिए इस आर्टिकल में हम उन 2 कारणों के बारे में बात करेंगे जिनसे जिंदर महल क्राउन जीत सकते हैं और 2 जिनसे उन्हें जीत नहीं मिलेगी।
WWE में जिंदर महल के निकनेम को सच साबित करने के लिए - जीत मिलनी चाहिए
जिंदर महल को WWE में कई सालों तक काम करने का अनुभव हासिल है, लेकिन उन्हें "द मॉडर्न डे महाराजा" का निकनेम 2016 में कंपनी में वापसी के बाद मिला था। महल पूर्व WWE चैंपियन रहे हैं और अब अक्सर उन्हें केवल 'द महाराजा' के नाम से भी पहचाना जाता है। 'महाराजा' शब्द का अंग्रेजी में अनुवाद करें तो इसका अर्थ 'किंग' होता है।
अभी तक जिंदर महल को केवल नाम से महाराजा कहकर पुकारा जाता रहा है, लेकिन अब उनके पास असली किंग बनने का मौका है, जिसके लिए उन्हें ना केवल टूर्नामेंट के सेमीफाइनल बल्कि उसके बाद फाइनल को भी जीतना होगा। अगर महल 'किंग जिंदर महल' बनते हैं तो शैंकी उनके शागिर्द बनकर खुद को भी बड़े सुपरस्टार के रूप में स्थापित कर सकते हैं।
ज़ेवियर वुड्स को फैंस से ज्यादा सपोर्ट मिल रहा है - जीत नहीं होनी चाहिए
जिंदर महल और ज़ेवियर वुड्स दोनों क्वार्टरफाइनल में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बना चुके हैं। अब टूर्नामेंट के ब्रैकेट के अनुसार फाइनल में जगह बनाने के लिए महल और वुड्स को आमने-सामने आना होगा। सोशल मीडिया पर काफी संख्या में फैंस ने साफ जाहिर कर दिया है कि वो वुड्स को किंग बनते देखना चाहते हैं।
क्वार्टरफाइनल में उनकी रिकोशे पर शानदार जीत भी कुछ बड़ा होने का संकेत दे रही है। जाहिर तौर पर वुड्स को टूर्नामेंट में शामिल सुपरस्टार्स से कहीं अधिक सपोर्ट मिल रहा है और इसी वजह से जीत महल नहीं बल्कि वुड्स के पक्ष में जाती दिखाई दे रही है।
कोई भारतीय सुपरस्टार अभी तक किंग नहीं बना है - जीत मिली चाहिए
WWE, किंग ऑफ द रिंग टूर्नामेंट का आयोजन पिछले कई दशकों से करती आ रही है। जिसे अभी तक रैंडी सैवेज, ब्रेट हार्ट और ब्रॉक लैसनर समेत कई अन्य दिग्गज सुपरस्टार्स भी जीत चुके हैं। मगर आज तक कोई भारतीय या भारतीय मूल का सुपरस्टार इस क्राउन को अपने नाम नहीं कर पाया है।
WWE में टाइगर अली सिंह, द ग्रेट खली समेत कई नामी रेसलर्स परफॉर्म कर चुके हैं। जहां तक किंग ऑफ द रिंग टूर्नामेंट का हिस्सा होने की बात है, केवल खली ऐसे अकेले भारतीय हैं जिन्होंने इस टूर्नामेंट में अपनी दावेदारी पेश की थी, लेकिन जीत नहीं पाए। अब WWE के पास भारत को अपना पहला किंग देने का सुनहरा मौका है, जिससे यहां प्रो रेसलिंग को और भी बढ़ावा मिल सकता है।
उनकी जीत से WWE को ज्यादा फायदा नहीं होगा - जीत नहीं मिलनी चाहिए
टूर्नामेंट में अब फिन बैलर, सैमी जेन, ज़ेवियर वुड्स और जिंदर महल बचे हैं। इनमें से ज़ेवियर वुड्स को फैंस से सबसे ज्यादा सपोर्ट मिल रहा है, वहीं चारों सुपरस्टार्स में से बैलर की स्टार पावर सबसे अधिक है। देखा जाए तो जेन और महल को उतना अच्छा मोमेंटम प्राप्त नहीं है, जिससे उन्हें टूर्नामेंट जीत के लिए बुक किया जा सके। हालांकि इस जीत से पूर्व WWE चैंपियन को काफी फायदा होगा, लेकिन इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता कि जेन और महल के मुकाबले बैलर या वुड्स की जीत कंपनी के लिए अधिक फायदेमंद रह सकती है।