साल 2018 में WWE का केवल एक पीपीवी TLC बाकी है। इसके बाद फैंस को अगले पीपीवी के लिए नए साल का इंतजार करना पड़ेगा। NXT टेकओवर को मिलाकर इस साल WWE में कुल 14 पीपीवी देखने को मिले जिनमें से फैंस ने कुछ को काफी पसंद किया ओर कुछ को नकार दिया।
साल 2018 में WWE ने कई मुकाबलों के लिए बड़ी ही शानदार बुकिंग की तो कई मुकाबलों को ऐसा बुक किया जो फैंस को बिल्कुल भी पसंद नहीं आए। WWE ने इस कई ऐसे फैसले लिए जो थोड़े हैरानी भरे थे। इन फैसलों ने ना केवल WWE को नुकसान हुआ बल्कि फैंस भी इन फैसलों से बिल्कुल खुश नहीं थे।
WWE ने साल 2018 कई ऐसे फैसले लिए जो कंपनी के लिए सही नहीं थे। इन फैसलों को हम WWE के खराब फैसले कह सकते हैं। इसी कड़ी में आइए एक नज़र डालते हैं उन 3 खराब फैसलों पर जो WWE ने इस साल लिए।
बड़े मौको पर पार्ट टाइमर को ज्यादा तवज्जो दी गई
फैंस पिछले काफी समय से WWE की इस बात के लिए आलोचना कर चुके हैं कि कंपनी फुल टाइमर की जगह पार्ट टाइमर सुपरस्टार्स को ज्यादा तरजीह देती है, जबकि फुल टाइमर सुपरस्टार्स उसके सबसे ज्यादा हकदार हैं।
ब्रॉक लैसनर पूरे साल यूनिवर्सल चैंपियन रहे लेकिन मंडे नाइट रॉ में ना तो वह कभी चैंपियनशिप डिफेंड करने आते ना ही मुकाबले के लिए। पार्ट टाइमर के रूप में ब्रॉक लैसनर अब तक दो बार यूनिवर्सल टाइटल अपने नाम कर चुके हैं लेकिन रोमन रेंस जो कि कंपनी के सबसे बड़े फुल टाइमर सुपरस्टार हैं उन्हें समस्लैम में यूनिवर्सल टाइटल जीतने का मौका मिला।
WWE अक्सर बड़े मौक पर जॉन सीना, अंडरटेकर या फिर ब्रॉक लैसनर को मुकाबले के लिए बुक करती है जबकि ये सभी सुपरस्टार कंपनी में इस पार्ट टाइमर के रूप में हैं। रोमन रेंस के होते हुए ब्रॉक लैसनर का लंबे समय तक यूनिवर्सल चैंपियन बने रहना कंपनी का सबसे खराब फैसला था।
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