AEW ने अपने पहले पीपीवी Double or Nothing के सफल आयोजन से प्रो रैसलिंग मार्केट में धमाकेदार एंट्री मारी है। कोडी रोड्स और डस्टिन रोड्स ने बताया कि असली प्रो रैसलिंग फाइट कैसे लड़ी जाती है और मेन इवेंट ने तो सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।
साथ ही साथ पूर्व WWE सुपरस्टार डीन एम्ब्रोज़ उर्फ जॉन मोक्सली की सरप्राइज़ एंट्री से पूरा रैसलिंग यूनिवर्स हैरान रह गया था। ये तो शुरुआत भर है, तब Double or Nothing को पूरे विश्व भर से सराहना मिल रही है।
दूसरी ओर है WWE, जो अभी भी दुनिया की सबसे बड़ी रैसलिंग ब्रांड है लेकिन कब तक बनी रहेगी, इस पर अब सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं। इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि विंस मैकमैहन टैलेंटेड सुपरस्टार्स का ठीक ढंग से प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं।
अब यह तो तय है कि जंग शुरू हो चुकी है और निःसन्देह WWE पर दबाव अधिक है। इस आर्टिकल में हम आपके सामने ऐसी कुछ चीजें रखने वाले हैं, जिनसे WWE इस रेस में टॉप पर बनी रह सकती है।
# खुद से ज्यादा रैसलर्स को तवज्जो देनी होगी
वर्ष 2018 के अंत में जब शोज़ की व्यूअरशिप लगातार गिर रही थी, तो मैकमैहन परिवार ने एकजुट होकर कहा था कि अब बागडोर पूरी तरह उनके हाथों में होगी। बड़े बदलाव भी किए गए लेकिन रेटिंग्स लगातार गिरती रही।
अब सभी अथॉरिटी मेंबर्स को समझना होगा कि चीजें उनके आने से और भी बद्तर स्थिति में जा पहुंची हैं। खुद पर कम फोकस करते हुए रैसलर्स पर अधिक ध्यान देने की रणनीति कारगर साबित हो सकती है। शेन मैकमैहन खुद फाइट करने में लगे हैं, बजाय कि शिंस्के नाकामुरा, रूसेव और सिज़ेरो जैसे सुपरस्टार्स को पुश देने के।
खुद से ज्यादा रैसलर्स को तवज्जो देने की रणनीति सफल हो सकती है ना कि रैसलर्स से ज्यादा खुद को।
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# पार्ट-टाइम रैसलर्स पर निर्भरता
हर महीने एक पीपीवी का आयोजन होता है और इनमें भी वो रैसलर्स मौकों से वंचित रह जाते हैं, जो बड़े मैचों में शामिल होने के हकदार होते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि WWE यह सोचती है कि दिग्गज रैसलर्स की वापसी से रेटिंग्स में सुधार हो सकता है।
पार्ट-टाइम रैसलर्स तो आएंगे और अपना चैक लेकर चले जाएँगे, मेहनत तो उन्हें करनी होती है ना जो हर सप्ताह रिंग में उतरकर पसीना बहाते हैं। पार्ट-टाइम रैसलर्स से हमारा मतलब जॉन सीना, अंडरटेकर और केन जैसे बड़े नामों से है।
WWE रोस्टर में कई अन्य बेहतरीन एथलीट्स हैं जो बड़ी इवेंट्स का भार अपने कंधों पर संभाल सकते हैं। जैसे एजे स्टाइल्स, सैथ रॉलिंस, रोमन रेंस और ड्रू मैकइंटायर को तो न जाने कब तक वर्ल्ड टाइटल फ्यूड में शामिल होने के लिए इंतज़ार करना पड़ेगा।
ब्रॉन स्ट्रोमैन जिन्हें अपने करियर में अभी तक कम से कम एक बार तो वर्ल्ड चैंपियन बन जाना चाहिए था। इन सभी चीजों से व्यूअरशिप कम नहीं होगी तो और क्या होगा।
# WWE टाइटल्स के साथ नहीं हो रहा न्याय
पिछले कुछ महीनों में हमें डेनियल ब्रायन बनाम कोफ़ी किंग्सटन, सैथ रॉलिंस बनाम एजे स्टाइल्स जैसी रोचक स्टोरीलाइंस देखने को मिली हैं। मगर इन टाइटल्स से अलग क्या WWE अन्य चैंपियनशिप्स के साथ न्याय कर रही है।
टैग टीम टाइटल्स तो न जाने ख़राब रणनीतियों की भीड़ में खो से गए हैं। फिर वो चाहे रॉ टैग टीम टाइटल हो, स्मैकडाउन या फिर विमेंस टैग टीम चैंपियनशिप। इनसे अधिक तो फिलहाल 24/7 चैंपियनशिप बेल्ट सुर्खियां बटोर रही है, जो खुद में एक मज़ाक से ज्यादा कुछ नहीं है।
क्या आप जानते हैं कि सुपर शोडाउन में होने वाले सैथ रॉलिंस बनाम बैरन कॉर्बिन मैच का भविष्य क्या है। इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप फिलहाल फिन बैलर के पास है लेकिन उन्हें कोई अच्छी स्टोरीलाइन नहीं मिल पा रही है। यूनाइटेड स्टेट्स टाइटल समोआ जो और रे मिस्टीरियो की चोट के कारण अधर में लटका हुआ है।
क्रिएटिव टीम को इस तरफ ध्यान देना चाहिए जिससे अच्छी स्टोरीलाइंस के जरिये फैंस का ध्यान अपनी ओर खींचा जा सके।