भारत दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या के मामले में दूसरे स्थान पर आता है, जिसके कारण इस देश को लगभग हर बिजनेस क्षेत्र में सबसे बड़े मार्केट के रूप में देखा जाता है, WWE दुनिया का सबसे बड़ा प्रो रेसलिंग प्रोमोशन है और इसके शोज़ को दुनिया में करोड़ों लोग देखते हैं।भारत भी WWE के सबसे बड़े मार्केट्स में से एक है, फिर भी यहां की जनसंख्या की तुलना में कंपनी में भारतीय रेसलर्स की संख्या कम है। उससे भी खराब बात ये है कि जितने भी भारतीय रेसलर्स WWE में काम कर रहे हैं, उनमें से कुछ ही मेन रोस्टर तक का सफर तय कर पाए हैं। आपको याद दिला दें कि इसी साल WWE ने केवल भारतीय फैंस के लिए सुपरस्टार स्पेक्टेकल (Superstar Spectacle) नाम के इवेंट का आयोजन किया था।इवेंट के बाद WWE ने बड़ी जानकारी देते हुए कहा था कि उस इवेंट को 20 मिलियन से भी अधिक लोगों ने लाइव देखा था। ये कंपनी के लिए बहुत बड़े फायदे का सौदा रहा। उसी बात को ध्यान में रखते हुए इस आर्टिकल में हम उन 4 कारणों के बारे में आपको बताएंगे कि क्यों WWE को भारतीय सुपरस्टार्स को शामिल कर ज्यादा इवेंट्स का आयोजन करवाना चाहिए।WWE को अच्छी व्यूअरशिप मिलेगीThe spa at the Shangri-La hotel in New Delhi, India. Great show last night for our WWE Unverse @WWE #peoplepower pic.twitter.com/4sI0tgeg9M— John Laurinaitis (@JohnLaurinaitis) January 16, 2016जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या के मामले में दूसरे स्थान पर आता है। जाहिर तौर पर जो भी कंपनी यहां अपने पैर पसारने में सफल रही, उसे भविष्य में बहुत ज्यादा फायदा मिलने की संभावना होती है। WWE भी पिछले कई सालों से भारत में परफॉरमेंस सेंटर खोलने का प्लान तैयार कर रही है।What a night at #WWESuperstarSpectacle! 👏🇮🇳 pic.twitter.com/QtMzm1U50C— WWE (@WWE) January 27, 2021आपको बता दें कि WWE के वीकली शोज़ Raw और SmackDown हर हफ्ते 2 से 2.5 मिलियन से बीच व्यूअरशिप बटोरते हैं। वहीं जब FOX नेटवर्क पर SmackDown का डेब्यू हुआ तो करीब 3.9 मिलियन लोगों ने शो को लाइव देखा था। उसकी तुलना में 20 मिलियन की संख्या बहुत ज्यादा है, जिससे भविष्य में कंपनी को फायदा ही होगा। इसलिए विंस मैकमैहन को भारतीय सुपरस्टार्स पर आधारित ज्यादा इवेंट्स का आयोजन करवाना चाहिए।