#2 शो के दौरान कमेंटेटर्स को सुझाव देना
WWE की कमेंट्री टीम को काफी अधिक आलोचना झेलनी पड़ती है। उनके ऊपर आरोप लगते रहते हैं कि वे मैच पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं और महत्वपूर्ण समय पर ही अलग-अलग चीजों के बारे में बात करते रहते हैं। हालांकि, यह सच नहीं है क्योंकि वे जो करते हैं उनके पास उससे अलग करने की चॉइस नहीं होती है।
लाइव शो के दौरान ही उन्हें कान में लगे इयरपीस के जरिए सुझाव मिलते रहते हैं जिससे कि उन्हें अहम समय पर खुद को रोकना पड़ता है। नेटवर्क स्पेशल में इसका अंतर साफ देखा जा सकता है क्योंकि वहां कमेंटेटर्स के पास सबकुछ अपने हिसाब से करने की छूट होती है। लाइव शो में भी उन्हें ऐसी छूट मिलनी चाहिए।
#1 स्क्रिप्ट के हिसाब से दिए जाने वाले प्रोमो
अपने पीक वाले दिनों में WWE अपने सुपरस्टार्स को प्रोमो देने के लिए केवल प्वाइंटर्स ही देती थी और मुख्य चीजें सुपरस्टार्स खुद से ही बोलते थे। हालांकि, अब ऐसा नहीं होता और सुपरस्टार्स को शब्दों से लेकर अपनी टाइमिंग तक स्क्रिप्ट के हिसाब से करनी पड़ती है।
फिलहाल के समय में स्क्रिप्ट के साथ प्रोमो नहीं दिलाया जाना चाहिए। अब सुपरस्टार्स को माइक पर भी अपनी स्किल दिखाने का मौका मिलना चाहिए। कई बार सुपरस्टार्स अपनी स्क्रिप्ट भूल जाते हैं और ऐसे में वे मजाक के पात्र बन जाते हैं।