4 रैसलर्स जिनकी मौत रिंग में हुई

यह बुरी बात है कि लोग रैसलिंग को नकली कहते हैं। मैच का परिणाम पहले से तय किये जाने से यह तथ्य दूर नही होता कि एक रैसलर फैंस के लिए अपनी जान खतरे में डालता है। मैच का परिणाम भले ही पहले से तय किया गया हो लेकिन खतरा और चोट असली होते है। कई रैसलर्स का करियर चोटिल होने के कारण खत्म भी हुआ हैं। इसके अलावा मैच के दौरान कई रैसलर्स की मौत भी हुई है।


#4 ब्रायन ओंग

ब्रायन ओंग की मौत ऑल प्रो रैसलिंग में ट्रेनिंग के दौरान द ग्रेट खली से एक सुप्लैक्स खाने के बाद हुई थी। ओंग पहले भी कंकशन से गुज़र रहे थे लेकिन ट्रेनर्स ने उन्हें जारी रखने को कहा। उन्हें इस हादसे के बाद भी ठीक तरह के गियर नही दिए। दूसरी बाद सुप्लेक्स के बाद सिर पर चोट लगने के कारण उनकी मौत हो गयी। ऑल प्रो रैसलिंग ने बाद में ओंग के परिवार को 1.3 मिलियन डॉलर की राशि भी दी। इसे भी पढ़ें: WrestleMania 34 को लेकर सट्टाबाजार के भाव आए सामने

#3 "आयरन" माइक दीबीयज

माइक टाइसन से पहले एक और "आयरन" माइक - माइक दीबीयज थे। WWE हॉल ऑफ फेमर टैड दीबीयज एक लैजेंड थे। इनका सबसे मशहूर मैच 1 घंटे 44 मिनट का टैक्सस डैथ मैच था। 1969 में, मैन माउंटेन माइक के साथ एक मैच के दौरान डीबीयज को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद इन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ पर इन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

#2 मित्सुहारु मिसावा

मिसावा प्रो रैसलिंग के एक लैजेंड थे। वह 8-बार जापानीज प्रमोशन के वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं। इन्होंने 5-बार ट्रिपल क्राउन हैवीवेट चैंपियनशिप और 3-बार GHC हैवीवेट चैंपियनशिप जीती है। इन्होंने 3 बार रैसलिंग ऑब्जर्वर न्यूज़लैटर का रैसलर ऑफ द ईयर अवार्ड अपने नाम किया और अपने करियर में 25 बार 5 स्टार मैच भी दिए।

#1 पैररो अगुआओ जूनियर

पैररो अगुआओ जूनियर एक मैक्सिकन रैसलर और प्रोमोटर थे। वह लूचा लिब्रे लैजेंड पैररो अगुआओ सीनियर ले बेटे थे। इन्होंने अपने नाम पहले AAA और CMLL में बनाया जिसके बाद इन्होंने खुद का प्रमोशन भी खोला। 20 मार्च 2015, को अगुआओ क्रैश प्रमोशन के लिए एक टैग टीम मैच में रे मिस्टिरियो और एक्सट्रीम टाइगर के खिलाफ मैच लड़ रहे थे। मैच के दौरान मिस्टिरियो ने इन्हें हेड सीज़र्स लगाया बाद में मिस्टिरियो ने इन्हें एक 619 दिया लेकिन इन्होंने किसी भी प्रकार का रिस्पांस नहीं दिया। बाद में इन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ पर इन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। प्रमोटर्स पर मेडिकल ट्रीटमेंट न होने के कारण आरोप भी लगाएं गए। इन्हें तुरंत फीजिशियन को नही दिखाया गया बल्कि इन्हें स्ट्रैचर की जगह एक प्लाईवुड के टुकड़े पर लिटा के ले जाया गया। लेखक- प्रत्यय घोष अनुवादक- ईशान शर्मा