रोमन रेन्स को कंपनी का गाए होना चाहिए था। ये उनका कैचफ्रेस है, ऐसा करीब एक साल से सभी दर्शक मान रहे थे। आप उनसे प्यार करें या नफरत करें, लेकिन इस सुपरस्टार को कंपनी का नया बेबीफेस बनाने के लिये कई कदम उठाये गए। लेकिन कहीं न कहीं ये आईडिया फेल हो गया। अब डीन एम्ब्रोज़ वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन हैं और रोमन कहीं दूर खड़े हैं। सवाल ये है कि ऐसा कैसे हुआ? कहाँ गलती हुई? रोमन के आलोचक कई हैं और उनकी आलोचना करने के लिए तैयार रहते हैं। ऐसा लगता है दर्शक केवल कुछ स्टार्स को गिरते हुए देखना चाहते हैं और ऐसा ही कुछ हुआ है रोमन के मामले में। दर्शकों को ऐसा नहीं चाहिए था और उन्होंने ये बात सबके सामने बताई। सोशल मीडिया पर तो सबकी राय मिली जुली थी, लेकिन लाइव दर्शकों की आवाज सुनी गयी। जब भी कैमरा रोमन पर होता तब सभी दर्शक उन्हें बू किया करते और इस बात को नज़र अंदाज़ नहीं किया जा सकता। इसका दोषी वें रोमन की ख़राब बुकिंग को नहीं बल्कि खुद रोमन को मानते थे। लेकिन रोमन के इस विफलता के पीछे कई कारण हैं और इसके लिए केवल रोमन को दोषी तराना सही नहीं होगा। ये तो पक्का है कि WWE अभी भी उन्हें मुख्य इवेंट टैलेंट के रूप में दिखाना चाहेगी क्योंकि गई धक्के लगने के बावजूद भी वें उनका अंत नहीं करेंगे। अभी उनका अंत नहीं हुआ है, लेकिन उन्हें वापस लाने के पहले WWE को ये सोचना होगा की गलती हमसे कहाँ पर हुई। अगर उन्हें उनकी खामियों को पता चल गया, तो उनका आधा रास्ता साफ़ हो जाएगा। #5 टैलेंट की कमी "तुम रैस्लिंग नहीं कर सकते" एक ज़माने में जॉन सीना, बतिस्ता और कुछ रैसलर्स के लिए ये चैंट्स हुआ करते थे। लेकिन जब यही चैंट्स रोमन रेन्स के लिए आने लगे तब ये बात तो पक्की हो गयी कि कुछ गड़बड़ है। लेकिन ये बात WWE को पता नहीं चली। इसके उल्ट उन्होंने रोमन की बुकिंग रिंग के काबिल रैसलर्स जैसे केन और बिग शो के साथ कि। जहाँ पर रेन्स की गलती दिखाई दी। इस मैच के बाद रेन्स की कमज़ोरी सबके सामने आ गयी। उनकी कमज़ोरी समझने के बदले दर्शकों ने उनकी शिकायत करनी शुरू की। सभी उनपर आरोप लगाने लगे। लेकिन सही बात तो ये है कि उनमें काफी सुधार आया है। जिस रैसलर ने MITB में अपना WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप गंवाया, उसमें और रैसलमेनिया 31 में ब्रॉक लैसनर से मुकाबला करनेवाले रेन्स में बहुत फर्क है। अब उनमें आत्मविश्वास है और वें रिंग में अपने आप को सहज महसूस करते हैं। लेकिन इसके बावजूद दर्शकों ने उन्हें नहीं अपनाया। ऐजे स्टाइल्स के साथ फिउड के बावजूद दर्शकों की नज़र में रोमन की अहमियत नहीं बढ़ी। इतनी आलोचना के बाद आप उनसे कामयाब होने के बारे में कैसे सोच सकते हैं? #4 माइक पर ख़राब काम प्रोफेशनल रैस्लिंग में दो महत्वपूर्ण काम है, पहला तो रिंग में अच्छा काम और दूसरा माइक पर अच्छा काम। दर्शकों को लगता है कि रोमन इन दोनों कामों में बेकार हैं। रेन्स में बदलाव हुए हैं, लेकिन कुछ ज्यादा नहीं हुए। ये WWE की सबसे बड़ी समस्या है। इस समस्या का हल है कि वें किसी अच्छे स्टार के साथ उनकी बुकिंग कर दें, लेकिन फिर भी माइक पर का काम अधूरा रह जाएगा। इसपर तो रोमन और उनके लेखकों को ही काम करना होगा। रोमन को अच्छी लाइनें भी दे दी जाये तो भी वें बढ़िया काम नहीं कर पाएंगे, ऐसा पहले भी हो चूका है। रैसलर्स को दर्शकों से बात करते समय वैसा होना चाहिए, जैसा की वें हैं। न की उन्हें वैसा दिखाना चाहिए जैसा उनके लिये लिखा गया हो। कोई उनकी भवनाओं को समझ ही नहीं पाएगा। प्रोमोज के समय अगर उन्हें थोडा समय दिया जाये, तो दर्शक इसमें फर्क नहीं ढून्ढ पाते। किसी लम्हे से दूर होने में वें अपना समय लेते हैं। इसलिए ये बताना मुश्किल है कि क्या वें दर्शकों से जुड़ रहे हैं या नहीं। रोमन को किलर होना चाहिए, उनमे आक्रमकता और ग़ुस्सा दिखाई देना चाहिए। लेकिन दशकों को हमेशा इसके उल्ट देखने मिलता है। वें बहुत बात करते हैं, लेकिन दर्शकों से नहीं जुड़ पाते। इससे उनका फायदा होने से रहा। #3 वे डीन एम्ब्रोज़ नहीं हैं WWE, रोमन रेन्स को डीन जैसा कामयाब बनाना चाहती है। शील्ड को बेबीफेस बनाने के पीछे का कारण भी यही था। लेकिन इस सपने पर कोहरा छा गया और रेन्स कभी आए नहीं बढ़ ओये । डीन की लोकप्रियता रेन्स को परेशान कर रही है। इससे WWE को कोई परेशानी नहीं हो होगी क्योंकि ख़िताब उसी के पास है जो इसके काबिलियत। बात यहाँ पर रेन्स की हो रही है कि लेखक उन्हें कैसा दिखवा रहे हैं। कंपनी ने एम्ब्रोज़ के साथ सही चाल चली। लेकिन रोमन के लिए ये योजना नहीं है। पता नहीं उनके ख़राब प्रदर्शन के कारण डीन को बेल्ट थमाया गया है या नहीं। इसलिए दर्शक डीन से प्यार करते हैं, सैथ को देखना चाहते हैं और रोमन से दूर होना चाहते हैं। रोमन कंपनी के सभी हील को पिन कर सकते हैं और इससे कोई फर्क भी नहीं पड़ेगा। रैसलमेनिया में वें शॉन माइकल्स और द रॉक के खिलाफ लड़ने के लिये स्टोन कोल्ड से फिउड कर सकते हैं। लेकिन इससे किसी को फर्क नहीं पड़ेगा। इसके उल्ट डीन को केवल एक स्माइल करनी है उनका काम हो जाएगा। WWE ऐसा रेन्स के लिये चाहती थी, लेकिन ये काम डीन के लिये आसान और रोमन के लिए मुश्किल निकला। WWE ने डीन एम्ब्रोज़ को बेबीफेस रखकर अच्छा किया। लेकिन कबतक वें उन्हें रेन्स के लिए कुर्बान करते रहेंगे? WWE कब रोमन को एम्ब्रोज़ में बदलेगी? #2 दर्शक उन्हें पसंद नहीं करते सभी ख़राब प्रोमोज के बीच रोमन ने कुछ अच्छे काम भी किये हैं। उन्होंने हमेशा अपने साथियों का साथ दिया है, चाहे कितनी भी मुश्किलें आई है, उन्होंने उसका सामना किया है। वें ऐसे बेबीफेस हैं जिन्हें दर्शकों को पसंद करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। चाहे वें जो कुछ भी कर लें, दर्शक उन्हें पसंद नहीं करेंगे। अगर वें डस्टी रोड्स के साथ प्रोमो करें या डेनियल ब्रायन के साथ बाहर आएं, तो भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा। दर्शकों को लगता है कि उनपर रेन्स को ठोंपा गया है। उन्हें दर्शकों के दिल में जगह बनाने के लिए थोड़े और समय की ज़रूरत पड़ेगी। कंपनी के टॉप गाए पर ही सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। ये बात दर्शकों को पता है। लेकिन फिर भी रोमन असफल रहे हैं, उनकी मौजूदगी को दर्शकों ने कभी पसंद नहीं किया। दर्शकों को लगता है कि उनपर कुछ ज्यादा ही ध्यान दिया जा रहा है। वें रोमन को देखना ही नहीं चाहते। इसलिए रोमन कुछ भी कर लें, दर्शक उन्हें पसंद नहीं करेंगे। दर्शकों ने अपनी राय पहले ही बना ली थी और वें अब इसे बदलने का इरादा नहीं रखते। #1 वे असली नहीं है ये रोमन के किरदार का सबसे उलझा हुआ हिस्सा है। दर्शक उन्हें पसंद नहीं करते ये ठीक है, लेकिन अगर वें उन्हें नकली मानते हैं तो उनका काम ही खत्म। रेन्स असली नहीं है। चाहे उनसे किसी का भी काम करवाया जाये, चाहे किसी की भी बातें बुलवाई जाएँ, वें असली नहीं है। दर्शक एक ऐसा आदमी को देखते हैं, जो आगे बढ़ने के लिए उनसे भिक मांग रहा है और ये बात दर्शकों को पसंद नहीं। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि रोमन के व्यक्तिव में कोई कमी है। लेकिन उनके साथ कुछ गड़बड़ है। वें लगातार काम करनेवाले अच्छे रैसलर नहीं दिखाई देते। वें ऐसा दिखाते हैं कि दर्शक उन्हें पसंद करे। वें कहते हैं की उनके पास दिल है और WWE सबको इसकी याद दिलाते हैं, लेकिन दर्शक इसे मनाने को तैयार नहीं। शायद कई ख़राब प्रोमोज और कई ख़राब बुकिंग के कारण ऐसा हो रहा है। इसलिए दर्शक उनमें विश्वास नहीं रखते। उनके काम और बुकिंग ने बदलाव आ सकता है। लेकिन क्या तभी भी दर्शक उन्हें अपनाएंगे? फिर रेन्स को मौका नहीं मिलना चाहिए। वें "द गाय" नहीं है जैसा वे सभी को दिखाने की कोशिश करते हैं। कोई उनपर विश्वास नहीं करता और कोई करेगा भी नहीं। लेखक: टॉम क्लार्क, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी