रैसलमेनिया 35 के सफल आयोजन के बाद रॉ और स्मैकडाउन में भी कई दिलचस्प चीजें देखने को मिली। अब बारी सुपरस्टार शेकअप की है, जहाँ से अगले एक वर्ष के लिए रणनीतियां तैयार की जाएंगी। यह एक ऐसा समय है जब WWE अपने फैंस को एक के बाद एक सरप्राइज दे रही होती है।
रैसलमेनिया के सफल आयोजन के बाद दुनिया भर के फैंस को इससे संतुष्टि मिली है। हालांकि कुछ चीजें ऐसी भी रहीं जिनसे फैंस नाखुश भी दिखाई पड़े। लेकिन बिना कोई संदेह WWE ने इसे बेहतर बनाने की पूरी कोशिश की थी और यह हम सभी जानते हैं।
खैर! अब पुराने दौर को भुलाते हुए WWE का पूरा फोकस अगले साल पर चला गया है। जिसकी शुरुआत सुपरस्टार शेकअप से होगी।
इस आर्टिकल में हम ऐसी पाँच चीजों पर चर्चा करने वाले हैं जो सुपरस्टार शेकअप में बिलकुल नहीं होनी चाहिएं।
5) स्मैकडाउन को टॉप सुपरस्टार्स से भरने की नहीं है जरूरत
यदि आप नहीं जानते तो हम आपको याद दिला दें कि इस वर्ष अक्टूबर से स्मैकडाउन का प्रसारण FOX नेटवर्क पर होने वाला है। बेशक FOX नेटवर्क की भी कुछ अलग मांग होगी, जिससे उनकी रेटिंग्स बढ़ सके।
फिलहाल रोमन रेंस, सैथ रॉलिंस, बैकी लिंच, फिन बैलर और शार्लेट जैसे चुनिन्दा सुपरस्टार्स ही रेटिंग्स में तगड़ा उछाल लाने का जरिया प्रतीत हो रहे हैं।
FOX के साथ डील को ध्यान में रखते हुए बेशक स्मैकडाउन रोस्टर को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। लेकिन WWE को भी यह समझना होगा कि किसी एक ही ब्रांड में टॉप सुपरस्टार्स की मौजूदगी, जैसे दूसरी ब्रांड को नीचा दिखाने के बराबर होगा।
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4) सुपरस्टार शेकअप का भी है अपना कुछ औदा
सुपरस्टार शेकअप का वजूद ही रॉ और स्मैकडाउन के अलग होने वजह से है। WWE को सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए उन सुपरस्टार्स की संख्या कम करनी होगी, जो रॉ और स्मैकडाउन दोनों में मौजूद रहते हैं।
जैसे WWE विमेंस टैग टीम टाइटल का भविष्य अभी के लिए सुरक्षित नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि एक ही चैंपियनशिप के लिए दोनों रोस्टर की विमेन रैसलर्स का बार-बार ब्रांड स्विच करना सुपरस्टार शेकअप के साथ नाइंसाफी होगी।
ब्रांड स्पिल्ट का भी कुछ मतलब है और विंस मैकमैहन को इसी को ध्यान एमिन रखते हुए नई रणनीतियां अपनानी होंगी।
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3) दर्शकों के प्रति रहना होगा निष्ठावान
विंस मैकमैहन को काफी अनुभव है कि दर्शकों को WWE से कैसे बांधे रखना है। लेकिन पिछले कुछ महीनों को याद करें तो, रॉ और स्मैकडाउन की व्यूअरशिप धड़ाम से नीचे आ गिरि थीं।
WWE को ऐसी गलतियों से बचना होगा कि किसी शो के दौरान चैंपियन ही नजर ना आए। जैसा कि ब्रॉक लैसनर किया करते थे। लोग चैंपियन सुपरस्टार्स को देखने ही अरीना में दाखिल होते हैं।
परन्तु अब भी यदि क्रिएटिव टीम ऐसी ही रणनीतियों पर काम करती है। तो उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए जिस तरह रैसलर AEW का रुख कर रहे हैं, दर्शकों के पास भी रैसलिंग इवेंट्स देखने के काफी विकल्प मौजूद हैं।
2) रोमन रेंस की रॉ में मौजूदगी
रोमन रेंस चाहे रेड ब्रांड का हिस्सा बनें या फिर ब्लू ब्रांड का, सच तो यह है कि अगले एक या दो महीनों में रोमन रेंस को टाइटल शॉट मिलने वाला है। यह भी हो सकता है कि वो जल्द ही दोबारा चैंपियन भी बनने वाले हो।
करीब एक वर्ष तक यूनिवर्सल चैंपियनशिप रोमन रेंस के इर्दगिर्द ही घूमती नजर आ रही थी। यह मानने वाली बात है कि पिछले एक वर्ष में स्मैकडाउन रोस्टर, रॉ रोस्टर से कहीं बेहतर साबित हुआ है। इसका सबसे बड़ा कारण यूनिवर्सल चैंपियनशिप ही रही है।
रोमन रेंस के स्मैकडाउन में जाने से उन्हें अधिक मौके मिलेंगे और साथ ही साथ रॉ में मौजूद अन्य सुपरस्टार्स को भी चैंपियनशिप स्टोरीलाइन से जुड़ने का मौका मिलेगा। यह संभव ही एक बेहतरीन प्लान साबित हो सकता है। इसके लिए सैथ रॉलिंस का रॉ में डटे रहना जरूरी है।
1) बिना चैंपियनशिप के नहीं रहना चाहिए कोई शो
इस हफ्ते रॉ में देखने को मिला था कि WWE दोनों मुख्य टाइटल्स को एक साथ लाने का प्रयास कर रही है। इसीलिए आने वाले समय में किसी एक शो को बिना किसी मुख्य चैंपियनशिप के भी रहना पड़ सकता है।
सच कहें तो इसका कोई मतलब नहीं बनता है कि एक शो बिना मेन टाइटल के ही चलता रहेगा। सोचने पर ही ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह कितनी ख़राब रणनीति साबित हो सकती है। वैसे लैसनर भी तो यूनिवर्सल चैंपियनशिप के साथ शोषण ही कर रहे थे।
हम आशा करते हैं कि ऐसा ना हो कि कोई एक ब्रांड बिना चैंपियनशिप के ही रह जाए। यदि हो भी तो बहुत कम समय के लिए हो। अगले एक या दो सप्ताह में यह भी साफ हो जाएगा कि सैथ रॉलिंस और कोफ़ी किंग्सटन को चैंपियनशिप के लिए कौन चैलेंज करने वाला है या फिर ये दोनों एक दूसरे को चैलेंज करने वाले हैं।