# बुरा: लगातार एक ही तरह के मैच
पहले बिग ई और ज़ेवियर वुड्स को स्मैकडाउन टैग टीम चैंपियंस (डेनियल ब्रायन और रोवन) पर जीत मिली। यहाँ तक सब ठीक था, मगर उसके तुरंत बाद उसी मैच में और भी अधिक प्रतिभागियों को जोड़ दिया गया, जो कि एक 8-मैन टैग टीम मैच बन गया।
यह अच्छी बात है कि हैवी मशीनरी का किरदार क्राउड़ को पसंद आ रहा है लेकिन लगातार एक ही तरह के दो मैच होने का ही कारण रहा कि लोगों को स्मैकडाउन अधिक पसंद नहीं आई है।
यह भी पढ़ें: Extreme Rules पीपीवी के लिए बड़े चैंपियनशिप मैच का ऐलान हुआ
# अच्छा/बुरा: कोफ़ी किंग्सटन बनाम डॉल्फ जिगलर
इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि इनके बीच कुछ ऐसा है ही नहीं, जो फैंस इन्हें वर्ल्ड टाइटल के लिए एक दूसरे से भिड़ता देख पसंद करें। इन-रिंग प्रदर्शन में कोई कमी नहीं है, कमी रही है तो स्टोरीलाइन बिल्ड-अप में।स्टॉम्पिंग ग्राउंड्स का स्टील केज मैच भी कई मायनों में अच्छा रहा लेकिन चीजें स्टोरीलाइन के बोरिंग होने पर ही आ अटकी हैं।
समोआ जो को टाइटल शॉट मिला है, उससे काफी फैंस खुश हैं और कुछ ऐसे भी हैं जो समोआ को चैंपियन बनते भी देखना चाहते हैं, फिर चाहे सामने कोफ़ी किंग्सटन ही क्यों ना हों।