पिछले दो हफ्तों से मंडे नाइट रॉ के एपिसोड काफी निराशजनक रहे। फैंस को यकीन नहीं हो रहा था कि उन्हें मंडे नाइट रॉ के इतने खराब एपिसोड देखने को मिल रहे हैं। लगातार दो हफ्तों के बाद इस हफ्ते हुए मंडे नाइट रॉ के एपिसोड से फैंस को उम्मीद थी कि WWE इस एपिसोड को पहले के मुकाबले थोड़ा बेहतर बनाएगा। पूरा शो देखने के बाद हम कह सकते हैं कि रॉ का इस हफ्ते का शो पिछले कुछ हफ्तों के मुकाबले थोड़ा बेहतर था।
शो के दौरान फैंस को कई मुकाबले देखने को मिले जो कि ठीक-ठीक थे। हम इन मुकाबलों को यादगार मुकाबले तो नहीं कह सकते हैं लेकिन इन मुकाबलों ने शो को खराब होने से जरूर बचा लिया। मंडे नाइट रॉ से रोमन रेंस के जाने के बाद रॉ ब्रांड अभी भी स्टार पॉवर की कमी से जूझ रहा है।
रॉ के इस हफ्ते के एपिसोड के दौरान कई अच्छी चीजें देखने को मिली तो कई बुरी चीजें भी। हर हफ्ते की तरह हम इस हफ्ते भी रॉ के शो की कुछ अच्छी और बुरी बातें लेकर आए हैं। तो आइए बिना किसी देरी के आइए एक नजर डालते हैं रॉ के शो में हुई अच्छी और बुरी बातों पर।
अच्छी बात: सैथ रॉलिंस का प्रोमो
रॉ के इस हफ्ते की शुरूआत सैथ रॉलिंस ने अपने प्रोमो से की। सैथ रॉलिंस कंपनी के ऐसे सुपरस्टार हैं जो ना केवल अपने शानदार मुकाबलों के लिए बल्कि शानदार माइक स्किल के लिए भी जाने जाते हैं। रॉ के इस हफ्ते के एपिसोड में सैथ रॉलिंस ने शानदार प्रोमो कट किया।
उनके प्रोमो के दौरान बैरन कॉर्बिन भी मौजूद थे। दोनों सुपरस्टार्स के बीच इस दौरान काफी गहमागहमी देखने को मिलती है जिसे फैंस ने काफी पसंद किया। हमारे ख्याल से शो की इस तरह से शुरूआत फैंस को पूरा शो देखने के लिए मजबूर कर देता है।
रॉ से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां पर क्लिक करें।
बुरी बात: नाया जैक्स का खराब प्रोमो
रॉ के इस हफ्ते के शो के शुरू होने से कुछ घंटे पहले WWE ने इस बात की घोषणा करते हुए बताया कि एलेक्सा शो के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेस सैगमेंट में नज़र आएंगी, वहीं दूसरी ओर नाया जैक्स और रोंडा राउज़ी TLC में रॉ विमेंस चैंपियनशिप के लिए होने वाले मुकाबले से पहले एक दूसरे का सामना करेंगी।।
शो के दौरान जब इस सैगमेंट की शुरूआत हुई तो एलेक्सा ब्लिस हमेशा की शानदार लग रही थी लेकिन जैसे ही नाया जैक्स प्रोमो कट करने के लिए आईं तो ऐसा लगा कि वह माइक्रोफोन पर प्रोमो कट करने नहीं बल्कि चीखने चिल्लाने आईं हैं।
अपने प्रोमो के दौरान नाया जैसे इतनी बुरी तरह से चीखतीं हैं कि उनकी आवाज अभी तक हमारे कानों में गूंज रही है। हमारे ख्याल से WWE को इस सैगमेंट को कैसिंल कर देना चाहिए था। क्योंकि यह सैगमेंट केवल समय की बर्बादी से ज्यादा कुछ भी नहीं था।
अच्छी बात: मेन इवेंट
रॉ के इस हफ्ते के ओपनिंग सैगमेंट में बैरन कॉर्बिन और सैथ रॉलिंस आमने-सामने थे। दोनों सुपरस्टार्स के बीच काफी गहमागहमी होने के बाद शो के मेन इवेंट में इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप के लिए मुकाबला बुक किया गया।
फैंस के साथ हमें भी उम्मीद थी कि यह मुकाबला काफी शानदार होने वाला है। WWE ने इस मकुाबले की बुकिंग बिल्कुल वैसी ही कि जैसा फैंस सोच रहे थे। इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप के लिए हुए टेबल, लैडर्स, चेयर्स मुकाबले में सैथ रॉलिंस ने बैरन कॉर्बिन को हराकर टाइटल का सफलतापूर्वक बचाव किया।
इस मुकाबले की एक खास बात यह थी कि हीथ स्लेटर इस मुकाबले में रैफरी थे। भले ही हमें आगे दोनों सुपरस्टार्स के बीच इस मुकाबले का कोई बिल्डप ना देखने को मिले लेकिन यह इस हफ्ते रॉ के शो का सबसे शानदार मुकाबला था। रॉ के इस एपिसोड के बाद अब फैंस को सैथ रॉलिंस TLC पीपीवी में डीन एम्ब्रोज़ के खिलाफ इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप डिफेंड करते नज़र आएंगे।
बुरी बात: फिन बैलर की अनुपस्थिति
PWInsider की रिपोर्ट के मुताबिक फिन बैलर इस हफ्ते रॉ के एपिसोड में चोट नहीं बल्कि बीमार होने के कारण नज़र नहीं आए। इस बात की पूरी संभावना है कि फिन बैलर अगले हफ्ते होने वाले TLC पीपीवी में ड्रू मैकइंटायर के खिलाफ मुकाबले में जरूर नज़र आएंग।
लेकिन इस हफ्ते उनका शो में ना होना बुरी बात के रूप में है। फैंस फिन बैलर की अनुपस्थिति से वाकई काफी निराश लग रहे थे। अगर आपको याद हो तो फिन बैलर मंडे नाइट रॉ के पिछले हफ्ते के एपिसोड में बैरन कॉर्बिन की टीम पर हमला करना करने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार थे।
हम उम्मीद कर रहे थे कि शायद फिन बैलर रॉ के इस हफ्ते के एपिसोड के मेन इवेंट में सैथ रॉलिंस को रिप्लेस कर बैरन कॉर्बिन के खिलाफ मुकाबले में शामिल हो जाते। फिलहाल फैंस अब फिन बैलर TLC पीपीवी में वापसी का इंतजार कर रहे हैं।
अच्छी बात: नए चैंपियंस
हम जानते हैं कि कई फैंस मंडे नाइट रॉ के इस हफ्ते के एपिसोड में नए चैंपियंस से ज्यादा खुश नहीं होंगे। फैंस इस चाहते थे कि बॉबी रूड, चैड गेबल पर हमला कर दें और हील के रूप में बदल जाए। खैर फैंस की ये इच्छा इस हफ्ते रॉ के एपिसोड में तो पूरी नहीं हो पाई। उम्मीद करते हैं कि फैंस की ये इच्छा जल्द पूरी हो।
इस हफ्ते के एपिसोड में WWE ने ऑथर्स ऑफ पेन बनाम बॉबी रूड और गेबल के बीच मुकाबला बुक किया था। यह मुकाबला रॉ टैग टीम चैंपियनशिप के लिए था। किसी को भी उम्मीद नहीं था कि यहां पर उन्हें टाइटल में बदलाव देखने को मिलेगा।
लेकिन जब इस मुकाबले में बॉबी रूड और चैड गेबल ने ऑथर्स ऑफ पेन को हराकर रॉ टैग टीम चैंपियनशिप अपने नाम कर ली तो कई फैंस हैरान रह गए। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि बॉबी रूड ऑर चैड गेबल अब टैग टीम चैंपियन बन गए हैं।
बुरी बात: पीपीवी से पहले ही TLC मैच
इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है कि रॉ के इस हफ्ते के शो के मेन इवेंट में सैथ रॉलिंस बनाम बैरन कॉर्बिन के बीच मुकाबला काफी शानदार था। इस मुकाबले में बैरन कॉर्बिन ने सैथ रॉलिंस को इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप के लिए चैलेंज किया था।
हालांकि बैरन कॉर्बिन ये मुकाबला हार गए और सैथ रॉलिंस ने इस मुकाबले में जीत के साथ टाइटल का सफलतापूर्वक बचाव कर लिया। लेकिन यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि इस मुकाबले की शर्त टेबल, लैडर्स, चेयर्स रखी गई।
हमारे ख्याल से WWE को ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए था। फैंस अगले हफ्ते होने वाले TLC पीपीवी का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं लेकिन कंपनी ने एक हफ्ते पहले ही TLC शर्त के साथ मुकाबला बुक कर दिया। WWE चाहती तो TLC पीपीवी में सैथ रॉलिसं बनाम डीन एम्ब्रोज़ के मुकाबले में इस शर्त को जोड़कर फैंस को सरप्राइज कर सकती थी।
अच्छी बात/बुरी बात: ड्रू मैकइंटायर की जीत
डॉल्फ ज़िगलर मंडे नाइट रॉ के पहले ऐसे सुपरस्टार बने जिन्होंने ड्रू मैकइंटायर की विनिंग स्ट्रीक को खत्म किया। इस हफ्ते रॉ के एपिसोड में फैंस को डॉल्फ ज़िगलर बनाम ड्रू मैकइंटायर के बीच रीमैच देखने को मिला जिसमें ड्रू मैकइंटायर ने जीत हासिल की।
हमारे ख्याल से ड्रू मैकइंटायर की जीत WWE का सही फैसला था। WWE उन्हें कंपनी का टॉप स्टार बनाने पर काम कर रही है ऐसे में यहां पर उनकी हार होने का कोई तुक नहीं था। खैर अब ये आपको तय करना है कि आप ड्रू मैकइंटायर की जीत को अच्छी बात के रूप में लेते हैं या फिर बुरी बात के रूप में।
इस जीत के बाद अब ड्रू मैकइंटायर अगले हफ्ते होने वाले TLC पीपीवी में फिन बैलर के साथ मुकाबले में नज़र आएंगे। ये एक सिंगल्स मुकाबला होगा। तो यह थीं इस हफ्ते रॉ के शो की अच्छी और बुरी बातें।
लेखक: रिजु दासगु्प्ता, अनुवादक: अंकित कुमार