रोमन रेंस ने हाल ही में ल्यूकीमिया से अपनी जंग के बारे मं बात की और बताया कि वाइट ब्लड सेल्स जिनकी नॉर्मल वैल्यू 8,000 के आस-पास होती है वह उनकी 100,000 हो गई थी। रेंस ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि वह जिस स्थिति में थे, उस स्थिति में कई लोगों की मौत हो गई थी।
"वह तेजी के साथ लगने वाला फिजिकल खौफ ही था जिसने मुझे तत्काल प्रभाव से रिंग छोड़ने पर मजबूर कर दिया। बर्बाद हो चुके स्पलीन (शरीर का एक अंग) के बाद जाहिर सी बात थी कि बड़ा ऑपरेशन करना पड़ता, लेकिन लोग इससे मर भी सकते हैं। यह एक ऐसी स्थिति थी जिसमें हम खुद को नहीं डालना चाहते थे, भले ही इसके लिए मुझे कितनी भी तकलीफें झेलनी पड़ें।"
"अभी भी कुछ चीजें हैं जिनका सामना मैं हर रोज करता हूं। अजनबी लोगों से मिलना अजीब है और वह पूछते हैं कि फिलहाल तुम कैसा महसूस कर रहे हो? यह लोगों द्वारा कही गई बात सहानुभूति जैसी लगती है। यह सहानुभूति मुझे नहीं चाहिए थी। मैं इस चीज को बिल्कुल पसंद नहीं करता कि लोग मेरे बारे में सोचकर मुझे बेचारा समझें या फिर मेरे लिए दुख प्रकट करें। यह सबकुछ मिलना अच्छी चीज है, लेकिन फिर भी मुझे सबसे ज़्यादा दिक्कत भी इसी चीज से है। मेरे स्वास्थ्य के बारे में चीजें सार्वजनिक हो गई हैं और लोग सबसे पहले उसी के बारे में सोचते हैं।"
पिछले साल रोमन ने ल्यूकीमिया के इलाज के लिए यूनिवर्सल टाइटल को छोड़ा था। हालांकि, उन्होंने अपने फैंस से वादा किया था कि वह और भी मजबूती के साथ वापसी करेंगे और अपने टाइटल को दोबारा हासिल करेंगे। पिछले महीने रोमन ने WWE में वापसी की और अपने फैंस को चौंकाते हुए खुलासा किया कि वह रिंग में वापस आ चुके हैं। द बिग डॉग रैसलमेनिया 35 में ड्रू मैकइंटायर का सामना करेंगे।
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