जब बॉबी लैश्ले रिंग में वापस लौटे थे उसके बाद से सब उनके और ब्रॉक लैसनर के ड्रीम मैच की कल्पना कर रहे थे। दोनों ऐसे रैसलर्स हैं जिनकी लुक्स, ताकत और फूर्ति के सब दीवाने हैं इसीलिए लोग दोनों रैसलर्स को आमने सामने देखना चाहते हैं।
हालांकि लैश्ले, ब्रॉक लैसनर के MMA करियर की तुलना नहीं कर सकते लेकिन लैश्ले भी सम्मानजनक फाइटिंग करियर बना चुके हैं। लैश्ले के पिछले एक साल कुछ ख़ास नहीं रहा। इस दौरान वो पूरी तरह से दिशाहीन नज़र आये। हालांकि सैमी जेन का साथ पाने के बाद वो एक PPV के दौरान रोमन रेंस को हराने में भी कामयाब हुए थे।
इंटरकांटिनेंटल चैंपियनशिप जीतने के बाद और हील बनने के बाद लैश्ले अपर मिड कार्ड में बहुत मज़बूत दिखाई दे रहे हैं और इस समय उनके लिए सबसे सही प्रतिद्वंदी हो सकते थे ब्रॉक लैसनर। सोचिये अगर समीकरण कुछ अलग तरह से बनते और बॉबी लैश्ले और ब्रॉक लैसनर WrestleMania में एक दूसरे के सामने होते तो क्या होता।
#5 फैंस को हैरान कर सकता है मैच
ब्रॉक लैसनर और बॉबी लैश्ले दोनों ही शानदार रैसलर्स हैं लेकिन दोनों रैसलर्स को बड़ी मैच परफॉर्मेंस देने के लिए नहीं जाना जाता। लैसनर के वहीं मैच शानदार रहे हैं जिनमें उनके सामने छोटे रैसलर रहे हैं या वो रैसलर रह हैं जिन्हें कम करके आंका गया है। और लैश्ले इस रोल में फिट नहीं होते।
लैश्ले और लैसनर का मैच वैसा ही हो सकता है जैसा रैसलमेनिया 33 में लैसनर बनाम गोल्डबर्ग का मैच हुआ था। दोनों रैसलर्स अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे, फूर्ति दिखाएंगे और मैच के 10 मिनट तक चलने की उम्मीद हो सकती है।
इस तरह से लड़ा गया मैच दोनों को MMA में फायदा दे सकता है और साथ ही साथ दोनों अपने तेज़ मूव्स से दर्शकों का दिल भी जीत सकते हैं।
#4 ब्रॉक लैसनर जीतेंगे
बॉबी लैश्ले के पास ब्रॉक लैसनर के जैसी लुक्स हैं, बॉडी है, ताकत है और भारी भरकम मूव्स हैं लेकिन एक बात जो हमें ध्यान में रखनी चाहिए कि बॉबी लैश्ले, ब्रॉक लैसनर नहीं हैं। जितना अनुभव ब्रॉक लैसनर को MMA का है, बॉबी लैश्ले उसके आसपास भी नहीं हैं। और इन्हीं वजहों से अगर दोनों का मैच होता है तो ब्रॉक लैसनर हमेशा की तरह फेवरेट होंगे।
WWE बॉबी लैश्ले को ऊपर लेकर जाने की कोशिश ज़रूर कर सकता है और ये दिखा सकता है लैश्ले, लैसनर के सामने लड़ने लायक रैसलर हैं। लेकिन सच्चाई यही है कि बतौर हील शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी लैश्ले को टाइटल का दावेदार बनने के लिए काफी मेहनत करनी है और अभी उनका सफर काफी लंबा है।
अगर लैश्ले और लैसनर के बीच में रैसलमेनिया 35 में एक मैच होता तो इस बात में बहुत कम संदेह होता कि ब्रॉक लैसनर बड़ी आसानी से लैश्ले को हरा देते।
#3 बीच में दखल देते पॉल हेमन और लियो रश
विलेन बॉबी लैश्ले और विलेन ब्रॉक लैसनर को आमने सामने खड़ा कर देना शायद WWE को रैसलमेनिया में उतनी सफलता नहीं दिलवा पाता।
विलेन बनाम बनाम जैसे समीकरण से शुरुआत करना अजीब होता और साथ ही साथ दोनों रैसलर्स जनता के इतने बड़े फेवरेट्स भी नहीं हैं। इसी वजह से WWE ने ब्रॉक लैसनर बनाम डेनियल ब्रायन का मैच करवाया था जोकि सर्वाइवर सीरीज में सफल भी हुआ था।
हालांकि एक चीज़ जोकि इस हील बनाम हील मुकाबले को और भी मज़ेदार बना सकती थी वो है लियो रश और पॉल हेमन के बीच में एक ज़ुबानी जंग।
लैसनर का माइक पर बोलने का अपने ही अंदाज़ है लेकिन हेमन की शानदार बोलने की कला उन्हें इस मामले में लैसनर से आगे खड़ा करती है। वहीं दूसरी ओर लैश्ले भी माइक के सामने कमज़ोर दिखाई देते हैं लेकिन लियो रश ने अपनी बोलने की ही कला के कारण इतना नाम कमाया है।
ऐसे में बहुत शानदार रहेगा कि पहले लैसनर और लैश्ले के बिहाफ पर लियो रश और पॉल हेमन की ज़ुबानीजंग हो और इसके बाद लैश्ले और लैसनर की रैसलिंग हो।
#2 मेन इवेंट ना हो मैच
एक यूनिवर्स ऐसा भी है जहाँ लैश्ले और लैसनर की ताकत, लुक्स और बॉडी उन्हें मेन इवेंट करने का प्रबल दावेदार बनाती है। लेकिन इसी यूनिवर्स में लैश्ले को मेन इवेंट करने के लायक नहीं समझा जाता।
हालांकि लैसनर का अपना एक रुतबा है। लैसनर पर मिलीजुली राय आने के बाद भी उन्हें मेन इवेंट का दावेदार माना जाता है। इसी कारण से ये बिलकुल भी बेहतर नहीं होगा कि लैसनर और लैश्ले का मैच मेन इवेंट हो और फैंस उसे रिजेक्ट कर दें। बेहतर होगा कि इस मैच को WWE सेकेंड लास्ट में रखे।
वैसे भी सैथ रोलिंस जैसे दमदार रैसलर के लैसनर को चैलेंज करने के बाद भी इस बात की उम्मीद कम ही नज़र आती है कि दोनों का मैच मेन इवेंट होगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि रोंडा राउजी की स्टार पावर मेन इवेंट का रुख अपनी तरफ मोड़ देगी।
ऐसे में अच्छा होता की अगर रैसलमेनिया में लैसनर और लैश्ले का मैच होता तो उसे मेन इवेंट ना रखा जाता।
#1 लैश्ले के लिए माहौल बनाना मुश्किल होता
बॉबी लैश्ले और ब्रॉक लैसनर के इस काल्पनिक मैच से सबसे बड़ी कमज़ोरी यही होती कि लैश्ले के बीते 10 महीनो को ध्यान में रखते हुए WWE के लिए उन्हें रैसलमेनिया में पेश करना और उनके लिया माहौल बनाना बहुत कठिन होता।
लैसनर के लिए भी ये उतना ही सच है जितना कि लैश्ले के लिए है क्योंकि लैसनर भी अब तक छोटे रैसलर्स के साथ ही दमदार परफॉर्मेंस देने में कामयाब हुए हैं।
रोमन रेंस को हराने की वजह से लैश्ले की कल्पना रैसलमेनिया में की जा सकती थी लेकिन इस एक जीत के अलावा लैश्ले मिड कार्ड में नीचे ही गए हैं। हालांकि उनके विलेन बनने से उनके करियर को एक नयी शुरुआत ज़रूर मिली है लेकिन ज़्यादा सुर्खियां लैश्ले बटोर नहीं पाए।
इसी वजह से अगर लैश्ले और लैसनर आमने सामने होते तो कंपनी को कई महीनों पहले से लैश्ले के लिए माहौल बनाना पड़ता जोकि काफी मुश्किल होता।