इस हफ्ते का मंडे नाइट रॉ किसी भी रोमन फैन के लिए अच्छा नहीं गया। क्योंकि रोमन रेंस ने बीमारी की वजह से इस मंडे नाइट रॉ में WWE से जाने का फैसला कर लिया। यह फैसला उन्हें अपनी 11 साल पुरानी बीमारी ल्यूकीमिया के कारण लेना पड़ा। रोमन रेंस की यह बीमारी वास्तविकता में कितनी खतरनाक है? इसके बारे में आज हम आपसे बात करने वाले हैं।
आखिर है क्या यह बीमारी?
ल्यूकीमिया बीमारी वास्तव में एक ब्लड कैंसर है। जो जिस भी व्यक्ति को ग्रसित करे, उस व्यक्ति को कोई भी चोट लगने पर रक्त अत्यधिक मात्रा में निकलता है। यहां तक कि यदि पीड़ित व्यक्ति को एक पिन भी गड़ा दी जाए तो उसे काफी रक्त स्त्राव होता है। यह बीमारी धूम्रपान करने, बेंजीन के संपर्क में रहने या फिर जींस द्वारा अपने माता-पिता से आप तक पहुंची जा सकती हैं।
वास्तव में ल्यूकीमिया दो प्रकार का होता है। पहला एक्यूट ल्यूकीमिया- इस बीमारी का पता शीघ्र ही चल जाता है। दूसरा क्रॉनिक ल्यूकीमिया, इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को बीमारी का पता एक लंबी अवधि में चलता है।
कैसे होगा रोमन रेंस का उपचार ?
रोमन रेंस की ल्यूकीमिया बीमारी का इलाज नीचे दिए गए तरीके से किया जा सकता है।
1. कीमो थेरेपी- कीमोथेरेपी की सहायता से ल्यूकीमिया बीमारी के इलाज में रसायन द्वारा ल्यूकीमिया कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
2.बायोलॉजिकल थेरेपी- इस थेरेपी की सहायता से ल्यूकीमिया कोशिकाओं को हमारे शरीर में उपस्थित एंटीबॉडी ही समाप्त करते हैं, जिसके लिए हमारे शरीर की एंटीबॉडी को जैविक दवा द्वारा मजबूत किया।
3. विकिरण मेथड- उपचार की इस विधि में एक्स-रे या अन्य प्रकार की विकिरण द्वारा ल्यूकीमिया कोशिकाओं को नष्ट करने का प्रयास किया जाता है।
हर रोमन रेंस का फैन यही चाहता है कि वे जल्दी से जल्दी ठीक हों और WWE में अपनी वापसी करें। आपका इस बारे में क्या कहना है आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं।
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