बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में महिलाओं की 10 हजार मीटर दौड़ के में एक ऐसी कहानी सामने आई जिसने सभी को हैरान कर दिया। दौड़ की विजेता बनीं स्कॉटलैंड की ऐलिश मैक्कोल्गन ने इसे जीतकर निजी इतिहास बनाने जा रही थीं। मैक्कोल्गन की मां लिज मैक्कोल्गन ने साल 1986 के कॉमनवेल्थ खेलों में इसी स्पर्धा का गोल्ड अपने नाम किया था।
ऐलिश ने रेस पूरी कर सबसे पहले दर्शकों के बीच मौजूद अपनी मां के पास जाकर उन्हें जोर से गले लगाया। 36 साल पहले उनकी मां ने अपने देश के लिए गोल्ड जीता था और अब उनकी ही बेटी ने ये कारनामा किया है। लिज ने 1986 में ये गोल्ड अपने देश स्कॉटलैंड के शहर एडिनबर्ग में जीता था तो इस बार बेटी ऐलिश ने इंग्लैंड के बर्मिंघम में ये कारनामा किया है। ऐलिश जब अपनी रेस के दौरान आखिरी 100 मीटर की दूरी में भाग रही थीं तो स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने उन्हें जोरदार समर्थन दिया और खुद भी एक ऐतिहासिक पल के साक्षी बने।
ऐलिश के ये चौथे कॉमनवेल्थ गेम्स हैं और पहली बार उन्हें इन खेलों में कोई पदक मिला है। मां के नक्शेकदम पर चलकर इस मेडल को जीतना ऐलिश के बचपन का सपना था और वो इसे पूरा करने में अब कामयाब भी हुई हैं। ऐलिश की मां लिज अपने समय की बेहद सफल ऐथलीट रही हैं। लिज न 1988 के सियोल ओलंपिक खेलों में 10 हजार मीटर का सिल्वर जीता था और 1991 की विश्व चैंपियनशिप में इसी दूरी का गोल्ड जीतने में कामयाब हुई थीं। साल 1990 के ऑकलैंड कॉमनवेल्थ खेलों में भी लिज ने 10 हजार मीटर का गोल्ड जीता।
खास बात ये है कि ऐलिश ने अपना मां से बेहतर समय में रेस पूरी की। लिज ने 1986 में 31:41:42 मिनट का समय लिया वहीं ऐलिश ने ये रेस बर्मिंघम में 30:48:20 मिनट का समय लेकर नया कॉमनवेल्थ गेम्स रिकॉर्ड बनाया।