इंडिया ओपन बैडमिंटन - लक्ष्य सेन सिंगल्स और चिराग-सात्विक डबल्स के फाइनल में, सिंधू हारकर बाहर 

अपने पहले इंडिया ओपन में खेल रहे लक्ष्य पहला खिताब जीतना चाहेंगे।
अपने पहले इंडिया ओपन में खेल रहे लक्ष्य पहला खिताब जीतना चाहेंगे।

भारत के युवा स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट वर्ल्ड टूर सुपर 500 समिट के फाइनल में पहुंच गए हैं। 20 साल के लक्ष्य ने सेमीफाइनल में मलेशिया के नग जे योंग को एक सेट पिछड़ने के बाद 19-21, 21-16, 21-12 से हराते हुए खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। फाइनल में सेन का सामना विश्व चैंपियन सिंगापुर के लोह की यू से होगा जिन्हें सेमीफाइनल मुकाबले में वॉकओवर मिला। पुरुष डबल्स में दूसरी वरीयता प्राप्त भारत के सात्विक साइराज रनकिरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने भी फाइनल में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की। वहीं महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में भारत की पीवी सिंधू को हार का सामना करना पड़ा। पहली वरीयता प्राप्त सिंधू को थाईलैंड की छठी वरीयता प्राप्त सुपानिदा केटेतथोंग ने 21-14, 13-21, 21-10 से हराया।

पहला सेट हारने के बाद वापसी

सेन ने योंग के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में तीसरी वरीयता प्राप्त सेन ने पहले सेट की शुरुआत में 2-4 से पिछड़ने के बाद एक समय 10-6 की लीड ले ली थी। लेकिन योंग ने शानदार वापसी करते हुए सेट 21-19 से अपने नाम किया। दूसरे सेट में भी योंग एक समय 4-1 से आगे थे, लेकिन सेन ने धीरे-धीरे अपनी तेजी से अटैक बढ़ाया और अंक कमाए। दूसरा सेट 21-16 से जीतने के बाद तीसरे सेट में सेन ने 21-12 से जीत दर्ज कर मुकाबला अपने नाम किया।

उत्तराखंड के रहने वाले लक्ष्य सेन पिछले कुछ समय में बेहतरीन तरीके से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उभरे हैं। हाल ही में विश्व चैंपियनशिप में सेन कांस्य पदक जीतकर लौटे और विश्व चैंपियनशिप में कोई भी पदक जीतने वाले सबसे युवा भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने। सेन की असली चुनौती अब खिताबी मुकाबले में होगी जहां उनका सामना लोह कीन यू से होगा जो मौजूदा विश्व चैंपियन हैं। लोह को सेमीफाइनल में प्रतिद्वंदी खिलाड़ी कनाडा के ब्रायन यैंग के बीमार होने के कारण वॉकओवर मिला। सेन और लोह ने अभी तक कुल 4 बार एक-दूसरे का सामना किया है जिनमें से दोनों ने ही 2-2 मुकाबले जीते हैं। आखिरी बार दोनों का सामना डच ओपन के फाइनल में हुआ था जहां लोह को जीत मिली थी। ऐसे में सेन उस हार का बदला भी लेना चाहेंगे।

महिला सिंगल्स में खत्म भारतीय चुनौती

महिला सिंगल्स के दोनों सेममीफाइनल में भारत के लिए अच्छी खबर नहीं आई। दिन के पहले सेमीफाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त थाईलैंड की बुसानन ओंगबमरंगफैन ने भारत की आकर्षी कश्यप को 26-24, 21-9 से हराया। वहीं दूसरे सेमीफाइनल में थाईलैंड की ही सुपानिदा ने टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट पीवी सिंधू को 21-14, 13-21, 21-10 से हरा दिया। सिंधू पिछले साल ओलंपिक मेडल के अलावा कोई खिताब नहीं जीत पाईं थीं। ऐसे में फैंस को उम्मीद थी कि वो अपने देश में खेलते हुए इंडिया ओपन जीत पाएंगी, लेकिन उनका खिताब जीतने का इंतजार और बढ़ गया है।

डबल्स में भारतीय चुनौती

चिराग और सात्विक का सामना फाइनल में पहली वरीयता प्राप्त जोड़ी से होगा।
चिराग और सात्विक का सामना फाइनल में पहली वरीयता प्राप्त जोड़ी से होगा।

पुरुष डबल्स में सात्विक और चिराग की जोड़ी ने फ्रांस के फेबियन डेरलू और विलियम विलेगर की आठवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी को 21-10, 21-18 से सीधे सेटों में हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया। अब फाइनल में भारतीय जोड़ी का सामना पहली वरीयता प्राप्त इंडोनिशिया की जोड़ी से होगा।

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