बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे  श्रीकांत, सेमिफाइनल में भारत के ही लक्ष्य सेन को हराया

श्रीकांत विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने।
श्रीकांत विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने।

BWF विश्व चैंपियनशिप 2021 भारत के लिए ऐतिहासिक बन गई है। किदाम्बी श्रीकांत पुरुष एकल के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। श्रीकांत ने एक जबर्दस्त मुकाबले में हमवतन युवा लक्ष्य सेन को तीन सेट तक चले मुकाबले में मात देते हुए यह कारनामा किया। लेकिन लक्ष्य सेन को हार के बाद खाली हाथ नहीं लौटना होगा। सेमिफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को कांस्य पदक दिया जाता है। ऐसे में ये पहली बार होगा कि पुरुष सिंगल्स में देश को विश्व चैंपियनशिप में 2 पदक मिलेंगे। फाइनल में श्रीकांत का सामना इंडोनिशिया के लोह कीन यू से होगा जिन्होंने विश्व नंबर 3 डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसन को सीधे सेटों में हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई।

सेन ने दी कड़ी चुनौती

सेन और श्रीकांत के बीच हुए मुकाबले ने भारतीय बैडमिंटन को खासा ऊंचाई दी है।
सेन और श्रीकांत के बीच हुए मुकाबले ने भारतीय बैडमिंटन को खासा ऊंचाई दी है।

पहली बार BWF बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में दो भारतीय पुरुष सिंगल्स खिलाड़ी सेमिफाइनल में आमने-सामने थे। 20 साल के लक्ष्य सेन ने श्रीकांत को चौंकाते हुए पहला सेट 21-17 से अपने नाम किया। फैंस को लग रहा था कि लक्ष्य फाइनल तक पहुंच जाएंगे। लेकिन श्रीकांत ने अपने अनुभव का फायदा उठाया। पूर्व विश्व नंबर 1 श्रीकांत ने अगले दोनों सेट 21-14, 21-17 से जीतकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। हारने के बावजूद लक्ष्य सेन को कांस्य पदक मिलेगा और वो विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। पहली बार भारत को पुरुष सिंगल्स में विश्व चैंपियनशिप को 2 पदक मिलेंगे। इससे पहले 2017 में भारत को महिला सिंगल्स में पीवी सिंधू ने सिल्वर और साइना नेहवाल ने कांस्य पदक दिलाकर एक ही टूर्नामेंट में 2 पदक दिलाए थे।

अब श्रीकांत के पदक का रंग रविवार को होने वाला फाइनल तय करेगा जहां श्रीकांत इंडोनिशिया के लोह कीन यू से भिड़ेंगे। यू ने सेमिफाइनल में डेनमार्क के एंटोनसन को 23-21, 21-14 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।

महिला सिंगल्स के फाइनल में विश्व नंबर 1 ताई जू-यिंग का सामना विश्व नंबर 2 अकाने यामागूची से होगा। ताई जू-यिंग ने आठवीं वरीयता प्राप्त हे बिंगजाओ को 21-17, 13-21, 21-14 से हराया। दूसरे सेमिफाइनल में जापान की यामागूची ने चीन की ही झांग यि मान को 21-19, 21-19 से मात दी।

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