ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन : एच एस प्रणॉय और लक्ष्य सेन जीत के साथ दूसरे दौर में पहुंचे

एच एस प्रणॉय वर्तमान समय में टॉप रैंकिंग वाले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं।
एच एस प्रणॉय वर्तमान समय में टॉप रैंकिंग वाले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं।

भारत के टॉप पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी एच एस प्रणॉय और लक्ष्य सेन ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन प्रतियोगिता के दूसरे दौर में पहुंच गए हैं। इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेली जा रही प्रतियोगिता में पुरुष सिंगल्स के पहले दौर में विश्व नंबर 9 प्रणॉय ने विश्व नंबर 24 चीनी ताइपे के वांग जू वेई को मात दी। प्रणॉय ने यह मुकाबला सीधे सेटों में 21-19, 22-20 से जीता।

करीब 50 मिनट चले मुकाबले में दोनों ने ही एक-दूसरे को काफी अच्छी टक्कर दी। प्रणॉय का मुकाबला अगले दौर में तीसरी सीड इंडोनिशिया के एंथोनी जिन्टिंग से होगा।

वहीं पिछले साल यहां उपविजेता रहे भारत के लक्ष्य सेन ने पांचवी सीड चीनी ताइपे के चोउ तिएन चेन को मात देकर उलटफेर किया। विश्व नंबर 19 सेन ने चेन पर 21-18, 21-19 से जीत हासिल की। दूसरे दौर में सेन का मुकाबला डेनमार्क के एंडर्स एंटोन्सन से होगा सेन इस साल अभी तक खेले गए पांच टूर्नामेंट में से तीन में पहले दौर में ही हारकर बाहर हो गए थे, ऐसे में ऑल इंग्लैंड प्रतियोगिता के जरिए वह फॉर्म में वापस आने का प्रयास करेंगे।

आज श्रीकांत, सिंधू मैदान में

महिला सिंगल्स में भारत की टॉप खिलाड़ी पीवी सिंधू बुधवार को अपने अभियान की शुरुआत करेंगी। सिंधू पहले दौर में चीन की यी मान झियांग से भिड़ेंगी। पुरुष सिंगल्स के अन्य मुकाबलों में किदाम्बी श्रीकांत भी बुधवार को ही अपना पहला मैच खेलेंगे जहां फ्रांस के टोमा पोपोव उन्हें चुनौती देंगे। पुरुष डबल्स के पहले दौर में छठी सीड सात्विक साईंराज रणकिरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी का सामना भारत की ही कृष्णा प्रसाद-विष्णुवर्धन की जोड़ी से होगा। इनके अलावा ध्रुव कपिला और एम आर अर्जुन भी मैदान में होंगे।

महिला डबल्स में बुधवार को त्रीसा जॉली-गायत्री गोपीचंद की जोड़ी सातवीं वरीयता प्राप्त थाई जोड़ी का सामना करेगी तो अश्विनी भट्ट और शिखा गौतम भी अपना अभियान शुरु करेंगे।

सिर्फ 2 भारतीय विजेता

साल 1980 में प्रकाश पादुकोण ऑल इंग्लैंड का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। उन्होंने इंडोनिशिया के खिलाड़ी को हराकर पुरुष सिंगल्स का टाइटल अपने नाम किया था। अगले ही साल वह उपविजेता भी रहे थे। फिर साल 2001 में पुलेला गोपीचंद ने यह खिताब जीत इतिहास रचा था और 2022 में लक्ष्य सेन उपविजेता बने। महिला सिंगल्स में साल 2015 में साइना नेहवाल यहां उपविजेता रही थीं, और उनके अलावा कोई अन्य भारतीय महिला खिलाड़ी आज तक ऑल इंग्लैंड के फाइनल में नहीं पहुंची है।

Edited by Prashant Kumar