कॉमनवेल्थ गेम्स ब्रॉन्ज मेडलिस्ट भारतीय मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में पहुंच गए हैं। जॉर्डन की राजधानी अम्मान में हो रही प्रतियोगिता के 57 किलोग्राम भार वर्ग में हुसामुद्दीन ने किर्गिस्तान के सेइतबेक उलू मुनारबेक के खिलाफ कड़े मुकाबले में बंटे हुए फैसले के साथ 3-2 से जीत हासिल की।
2018 और 2022 के कॉमनवेल्थ खेलों में कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने पहले राउंड में बेहतरीन तकनीक और स्किल का प्रदर्शन कर अपना दम दिखाया। लेकिन दूसरे राउंड में किर्गिस्तानी मुक्केबाज ने वापसी की। तीसरा राउंड जीतने के चक्कर में किर्गिस्तानी मुक्केबाज ने ताबड़तोड़ पंच मारे लेकिन इनमें से अधिकतर सही तरह नहीं पड़े जबकि भारत के हुसामुद्दीन ने अपना संयम बनाते हुए निशाने पर पंच लगाए। ऐसे में मैच हुसामुद्दीन के नाम रहा। 28 साल के हुसामुद्दीन का मुकाबला अब क्वार्टरफाइनल में पाकिस्तान के इलिसास हुसैन से होगा।

हुसामुद्दीन के अलावा भारत के लक्ष्य चहर ने भी क्वार्टरफाइनल में जगह पक्की कर ली है। 80 किलोग्राम भार वर्ग में चहर ने ताजिकिस्तान के शब्बास नेगमत को 5-0 से हराते हुए अंतिम 8 में स्थान पक्का किया। दोनों भारतीय खिलाड़ी अगर अपनी क्वार्टरफाइनल बाउट जीत जाते हैं तो कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लेंगे।
लेकिन 51 किलोग्राम भार वर्ग में भारत के स्पर्श कुमार को हार का सामना करना पड़ा। पहले दौर में 5-0 से बड़ी जीत हासिल करने वाले स्पर्श को प्री-क्वार्टरफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव ने 4-1 से हराया। स्पर्श ने साकेन को कड़ी टक्कर दी, लेकिन अंतत: फैसला कजाकिस्तानी मुक्केबाज के पक्ष में रहा।
गुरुवार के दिन भारत की ओर से महिलाओं के 50 किलोग्राम भार वर्ग में सविता अपने अभियान की शुरुआत करेंगी जबकि पुरुषों के 86 किलोग्राम भार वर्ग में कपिल अपना पहला मैच खेलते दिखेंगे। भारत की ओर से 25 मुक्केबाजों के दल में शिवा थापा और लोवलीना बोर्गोहिन सबसे अनुभवी मुक्केबाजों के रूप में प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं।