सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड में चल रही विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में विभिन्न कैटेगरी में भारत के कुल 5 मुक्केबाजों ने क्वार्टर-फाइनल में जगह बनाई है। एशियन चैंपियन शिव थापा ने 63.5 किलोग्राम कैटेगरी में फ्रांस के लुने हमराओई को 4-1 से हराकर अंतिम-8 में जगह पक्की की। थापा इससे पहले 2015 विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीतने में कामयाब रहे थे। क्वार्टर-फाइनल में शिव का मुकाबला तुर्की के केरेम ओजमेन से होगा। थापा से पहले 4 अन्य भारतीय मुक्केबाज क्वार्टर-फाइनल में जगह बना चुके हैं।
थापा जीते, बाकी 4 भारतीय हारे
सोमवार के दिन भारत के लिए सिर्फ शिव थापा को जीत मिली, जबकि 4 अन्य भारतीय मुक्केबाज प्री-क्वार्टर के मुकाबलों में हारकर बाहर हो गए। 75 किलोग्राम भार वर्ग के प्री-क्वार्टर में भारत के सुमित कुंडु को हार का सामना करना पड़ा। क्यूबा के योनलिस हर्नान्डिस के खिलाफ सुमित ने कड़ी टक्कर दी लेकिन मुकाबला 5-0 से क्यूबा के मुक्केबाज के नाम रहा।
दिन के दूसरे सेशन में भारत के युवा मुक्केबाज और अपना पहला विश्व कप खेल रहे रोहित मोर को भी 57 किलोग्राम कैटेगरी के प्री-क्वार्टर में हार का सामना करना पड़ा। रोहित को कजाकिस्तान के तेरिक ने 4-1 से मात दी। 67 किलोग्राम वेल्टरवेट कैटेगरी में भारत के आकाश सांगवान को पूर्व विश्व यूथ चैंपियनशिप विजेता क्यूबा के केविन ब्राउन के खिलाफ 5-0 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं 51 किलोग्राम फ्लाइवेट कैटेगरी में भारत के विवेक को टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट कजाकिस्तान के साकेन बिबोस्सिनोव के हाथों 5-0 से हार मिली।
सेमीफाइनल की तैयारी
भारत की ओर से 92 किलोग्राम कैटेगरी में संजीत पहले ही क्वार्टर-फाइनल में पहुंच गए हैं जहां उनका सामना इटली के अजीज अब्बास से होगा। वहीं 54 किलोग्राम बैंटमवेट कैटेगरी में आकाश कुमार का सामना वेनेजुएला के मुक्केबाज योएल फिनोल से है। 92+ कैटेगरी में भारत के नरेंद्र के सामने अजरबेजान के मोहम्मद अब्दुल्लावेह होंगे तो 71 किलोग्राम कैटेगरी में भारत के निशांत देव का सामना रूस के वादिम मुसाएव से होगा जो Russian Boxing Federation के ध्वज तले खेल रहे हैं क्योंकि रूस पर IOC ने प्रतिबंध लगाया है। क्वार्टर-फाइनल जीतने वाले हर मुक्केबाज को सेमीफाइनल में तो जगह मिलेगी ही, साथ ही कम से कम कांस्य पदक पक्का हो जाएगा क्योंकि मुक्केबाजी की स्पर्धाओं में सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों मुक्केबाजों के बीच कोई मुकाबला नहीं करवाया जाता और दोनों को ही मेडल मिलता है। ऐसे में भारतीय फैंस कम से कम 5 पदकों की उम्मीद कर रहे हैं। सभी मुकाबले 2 नवंबर को खेले जाएंगे।