भारत को हराने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम सेलिब्रेट करते हुए2003 विश्व कप में आज ही के दिन सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना टूट गया था और इसके साथ ही करोड़ों भारतीय फैंस भी काफी निराश हो गए थे। 2003 विश्वकप में आज ही के दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फाइनल मैच में 125 रनों से हराकर खिताब पर कब्ज़ा किया था। इस मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले उस समय के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था। उन्होंने 140 रनों की तूफानी पारी खेली थी।2003 में 20 साल के बाद सौरव गांगुली के नेतृत्व में भारतीय टीम वर्ल्ड कप फाइनल में पंहुची थी। इसके बाद भारतीय फैंस की उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ गई थीं, लेकिन फाइनल मुकाबले में उनकी ये उम्मीदें धराशायी हो गईं। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बुरी तरह रौंदते हुए दूसरा वर्ल्ड कप जीतने का सपना ध्वस्त कर दिया।ये भी पढ़ें: बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए न्यूजीलैंड टीम का ऐलान, कई दिग्गज खिलाड़ी बाहरभारत को फाइनल मुकाबले में बड़ी हार का सामना करना पड़ा थाभारतीय टीम 10 में से 9 मैच जीतकर फाइनल में पंहुची थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया से उन्हें एक करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। भारतीय टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जो बिल्कुल गलत साबित हुआ था।#OnThisDay 18 years ago Australia won the 2003 @cricketworldcup 🏆 pic.twitter.com/Huk40BtF5J— cricket.com.au (@cricketcomau) March 23, 2021ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 359 रन बना दिए। कंगारु टीम की तरफ से कप्तान रिकी पोंटिंग ने शानदार बैटिंग करते हुए 121 गेंदों पर नाबाद 140 रन बनाए थे, वहीं एडम गिलक्रिस्ट ने 48 गेंदों पर 57 रनों की पारी खेली थी। डेमियन मार्टिन ने 84 गेंदों पर नाबाद 88 रन बनाए थे।इस विशाल लक्ष्य के जवाब में भारतीय टीम 39.2 ओवरों में ही मात्र 234 रन पर सिमट गई थी। भारत की तरफ से वीरेंदर सहवाग ने सबसे ज्यादा 82 रन बनाए थे। इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय टीम के महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर को मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया था।ये भी पढ़ें: पूर्व खिलाड़ी का बयान, सूर्यकुमार यादव की वजह से श्रेयस अय्यर की बैटिंग में आया बदलाव