3 Reasons South Africa Defeat Against New Zealand: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में दक्षिण अफ्रीका का अभियान निराशा के साथ खत्म हुआ, क्योंकि प्रोटियाज टीम को टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड के हाथों बुरी तरह हार कर बाहर होना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने ग्रुप स्टेज में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन सेमीफाइनल में टीम उस तरह का परफॉर्म नहीं कर पाई, जैसी उम्मीद की जा रही थी। इसी वजह से उसे 50 रनों से हार झेलनी पड़ी। मैच में पहले खेलते हुए न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में 362/6 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम पूरे ओवर खेलकर 312/9 का ही स्कोर बना पाई। दक्षिण अफ्रीका के लिए डेविड मिलर ने नाबाद रहकर तूफानी शतक जड़ा लेकिन वह अपनी टीम को जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो पाए। इस तरह उसका सफर फाइनल से पहले ही खत्म हो गया।
न्यूजीलैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन बेहद साधारण रहा। हम आपको इस आर्टिकल में वो 3 बड़े कारण बताने जा रहे हैं, जो सेमीफाइनल मैच में दक्षिण अफ्रीका की हार का कारण बने।
3. खराब गेंदबाजी
न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जो पूरी तरह सही रहा। दक्षिण अफ्रीका ने विपक्षी टीम का पहला विकेट आठवें ओवर में हासिल कर लिया था लेकिन इसके बाद उन्हें जल्दी सफलता हाथ नहीं लगी। इस दौरान प्रोटियाज गेंदबाज लगातार जूझते नजर आए और उन्होंने खूब रन लुटाए। आखिरी के ओवरों में भी गेंदबाजी काफी खराब रही और अंतिम 10 ओवर में 100 से ज्यादा रन खर्च कर दिए। यही कारण रहा कि न्यूजीलैंड ने चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बनाकर पहले ही मैच में अपना शिकंजा कस लिया था।
2. टेम्बा बावुमा की धीमी बल्लेबाजी
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में 56 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली लेकिन यह काफी धीमी रही। उन्होंने अपनी पारी में 71 गेंदों का सहारा लिया, जो इतने बड़े स्कोर का पीछा करते हुए सही नहीं थी। बावुमा की धीमी बल्लेबाजी के कारण अन्य बल्लेबाजों पर तेज खेलने का दबाव बढ़ा, जिसके कारण उन्होंने अपने विकेट भी गंवा दिए।
1. प्रमुख बल्लेबाजों का फ्लॉप प्रदर्शन
न्यूजीलैंड के द्वारा दिए गए 363 रन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए दक्षिण अफ्रीका को अपने प्रमुख बल्लेबाजों से बड़ी पारी की आस थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। ओपनर रयान रिकेल्टन सिर्फ 17 रन बना पाए। वहीं एडेन मार्करम के बल्ले से 31 रन आए, जबकि हेनरिक क्लासेन 3 रन ही बना पाए। इसी वजह से दक्षिण अफ्रीका की पारी दबाव में आ गई और डेविड मिलर के आखिरी के ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी करने के बावजूद टीम को हार का सामना करना पड़ा।