क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में से टेस्ट फॉर्मेट में शतक बनाने के लिए एक बल्लेबाज के सबसे ज्यादा समय होता है। इसमें एक खिलाड़ी खेलते समय गेंदों की परवाह किये बिना भरपूर समय लेते हुए अपना शतक पूरा कर पाता है। भारत में घरेलू पिचों पर खेलते हुए ये काम बल्लेबाज के लिए थोड़ा आसान होता है। लेकिन उसका असली टेस्ट तब होता है जब वो यही काम एशिया के बाहर विदेशी पिचों पर करने में सफलता हासिल करता है।
भारतीय टीम (Indian Cricket Team) में अभी तक कई ऐसे बल्लेबाज हुए हैं जिन्होंने भारत के साथ एशिया के बाहर खेलते हुए ढेर सारे रिकॉर्ड्स अपने नाम किये हुए हैं। भारतीय टीम की ओर से एशिया के बाहर खेलते हुए सबसे ज्यादा शतक जड़ने का रिकॉर्ड 'मास्टर ब्लास्टर' सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के नाम दर्ज है। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 51 शतक ठोके थे उनमें से 18 शतक उन्होंने एशिया के बाहर खेलते हुए बनाये थे। इस आर्टिकल में हम उन 3 भारतीय बल्लेबाजों की बात करेंगे जिन्होंने एशिया के बाहर खेलते हुए टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाया है।
3 भारतीय बल्लेबाज जिन्होंने एशिया के बाहर खेलते हुए टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाया है
#3 ऋषभ पंत - 89 गेंद (बनाम इंग्लैंड, एजबेस्टन 2022)
2021 में भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया था जहाँ दोनों देशों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी थी। चार टेस्ट सफलतापूर्व खेले गए, परन्तु सीरीज का पांचवां टेस्ट जो कि मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में सितम्बर (10 से 14) में खेला जाना था वो भारतीय कैम्प में कोरोना मामलों की वजह से उस समय नहीं हो पाया था। जुलाई 2022 में रिशेड्यूल टेस्ट को एजबेस्टन के मैदान पर आयोजित किया गया, जिसमें इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया था।
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही, टीम इंडिया ने महज 98 के स्कोर पर अपने 5 महत्वपूर्ण विकेट खो दिए थे। एक समय पर तो ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम दो सौ के आंकड़े को भी पहली पारी में पार नहीं कर पाएगी। लेकिन ऋषभ पंत (146) और रविंद्र जडेजा (104) की शानदार शतकीय पारियों की बदौलत भारत ने पहली पारी में 416 रन बनाये। विकेटकीपर बल्लेबाज पंत ने मैच में 89 गेंदों पर अपना शतक पूरा कर लिया था। इस पारी में उन्होंने 20 चौके और 4 छक्के जड़े।
#2 मोहम्मद अजहरुद्दीन - 88 गेंद (बनाम इंग्लैंड, लॉर्ड्स 1990)
जुलाई 1990 में भारत और इंग्लैंड के बीच तीन टेस्ट मुकाबलों की सीरीज का पहला मैच लॉर्ड्स में खेला गया था। जिसमें मेजबानों ने मेहमान टीम को 247 रनों से करारी शिकस्त देते हुए जीत अर्जित की थी। इंग्लैंड ने मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में चार विकेट गंवा कर 653 रन बनाये थे और पारी घोषित कर दी।
भारत ने अपनी पहली पारी में रवि शास्त्री (100) और कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (121) के शतक की मदद से 454/10 का स्कोर बनाया। भारतीय कप्तान अजहरुद्दीन ने अपनी पारी में 88 गेंदों का सामना करते हुए तीन अंकों के आंकड़े को पार कर लिया था। मैच को जीतने के लिए भारत को चौथी पारी में 472 रनों का लक्ष्य मिला था। लेकिन मेहमान टीम अपनी दूसरी पारी में 224 रनों पर सिमट गई थी।
#1 वीरेंदर सहवाग - 78 गेंद (बनाम वेस्टइंडीज, आइलेट 2006)
भारत की ओर से एशिया के बाहर खेलते हुए टेस्ट में सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग के नाम दर्ज हैं। 2006 में वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध खेलते हुए सहवाग ने 78 गेंदों पर शतक ठोका था। मैच की पहली पारी में सहवाग ने 190 गेंदें खेलते हुए 180 रन बनाए थे, अपनी इस पारी में उन्होंने 20 चौके और 2 छक्के लगाए थे। दोनों टीमों के बीच खेला गया ये मुकाबला ड्रा रहा था।