जब से आईपीएल की शुरुआत हुयी तब से तमाम देशी और विदेशी खिलाड़ियों का अपना हुनर दिखाकर अपनी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने का सुनहरा मंच मिला है। कई भारतीय खिलाड़ियों ने इस मंच का शानदार तरीके से इस्तेमाल करते हुए भारतीय टीम में जगह बनाई है। आईपीएल में श्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ आप जब बेहतर खेलते हो तो इससे आपको अपने देश की टीम में भी खेलने का मौका मिलता है। भारत के लिए सबसे बड़े उदाहरण जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, टी नटराजन हैं। इस लीग के माध्यम से कई खिलाड़ियों को कप्तानी करने का मौका भी मिला और उन्होंने बतौर कप्तान काफी कुछ सीखा।
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आईपीएल में कप्तानी करना आसान काम नहीं होता है और हमने देखा है कि जाने कितने खिलाड़ियों ने बीच सीजन में ही कप्तानी छोड़ दी या फिर उन्हें हटा दिया गया। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय के कई सफल कप्तान भी इस लीग में बतौर कप्तान सफल नहीं हुए। कई बार हमने देखा है कि खिलाड़ी को जब कप्तान बनाया जाता है तो उसकी बल्लेबाजी पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे भी हुए, जिन्होंने इस अवसर को अपनी बल्लेबाजी में और जिम्मेदारी से प्रदर्शन करके भुनाया। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 भारतीय खिलाड़ियों की बात करने जा रहे हैं, जिनके प्रदर्शन में कप्तान बनने के बाद सुधार हुआ।
3 भारतीय खिलाड़ी जिनके IPL प्रदर्शन में कप्तान बनने के बाद सुधार हुआ
#3 केएल राहुल
भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ 2013 में की थी और इसके बाद अगले दो सीजन उन्होंने सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए खेले। हालांकि 2016 में एक बार फिर आरसीबी ने उन्हें खरीदा और टीम के साथ दो सीजन के बाद टीम ने उन्हें 2018 में रिलीज कर दिया। राहुल को पंजाब की टीम ने अपने साथ जोड़ा। इसके बाद राहुल ने दो सीजन शानदार प्रदर्शन किया, जिससे प्रभावित होकर उन्हें टीम की कमान सौंप दी गयी। 2020 आईपीएल में राहुल ने कप्तान बनने के बाद और बेहतर प्रदर्शन किया और वह 670 रन के साथ टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
#2 श्रेयस अय्यर
श्रेयस अय्यर ने 2015 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए अपना पहला आईपीएल सीजन खेला था। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज अपने डेब्यू सीज़न के दौरान काफी अच्छी लय में दिखा था। उन्होंने दिल्ली के लिए खेली गई 14 पारियों में 33.77 की औसत से 439 रन बनाये थे। हालांकि, 2016 में अय्यर का सबसे खराब आईपीएल सीजन था। उन्होंने केवल छह मैच खेले, जिसमें 70 से कम की स्ट्राइक रेट से 30 रन बनाए। हालांकि अय्यर का 2017 में अच्छा प्रदर्शन था लेकिन वह अपने डेब्यू सीजन की कामयाबी नहीं दोहरा पाए।
2018 में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी बीच सीजन में ही अय्यर को मिल गयी और बतौर कप्तान पहले ही मैच में उन्होंने 40 गेंदों में नाबाद 93 रन बनाये। अय्यर ने 2019 तथा 2020 दोनों ही सीजन 450 से अधिक रन बनाये। जोकि यह साफ़ दर्शाता है कि कप्तान बनने के बाद अय्यर का प्रदर्शन और बेहतर हुआ।
#1 विराट कोहली
विराट कोहली को 2013 में आरसीबी की पूरी तरह से कप्तानी मिली, इससे पहले वह 2011 से टीम के उपकप्तान थे और कुछ अवसरों में नियमित कप्तान के ना होने पर टीम की कप्तानी की थी। कप्तान बनने से पहले विराट का बतौर बल्लेबाज सर्वश्रेष्ठ आईपीएल सीजन 2011 था। उस सीजन विराट ने 557 रन बनाये थे। उन्होंने बतौर कप्तान पहले सीजन ही 63 रन बनाये और यह सीजन उनके लिए अब तक का सबसे शानदार सीजन था। 2016 में विराट ने 973 रन बनाते हुए आईपीएल के एक सीजन में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया। आईपीएल में कप्तान के रूप में खेली 124 पारियों में, विराट कोहली का औसत 43.88 रहा है। टीम का कप्तान बनने से पहले, उनका औसत 26.96 था।