वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम (Indian Team) की हार से कई खिलाड़ियों की प्लेइंग XI में जगह पर अब सवाल उठने लगे हैं और उन्हीं में से एक नाम है टीम के युवा ओपनिंग बल्लेबाज शुभमन गिल का। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड (New Zealand Team) ने बारिश से बाधित टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 8 विकेट से हराकर टेस्ट चैंपियनशिप का पहला संस्करण अपने नाम किया। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने फाइनल मुकाबले में बेहतरीन गेंदबाजी की और भारतीय बल्लेबाजों को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। भारतीय टीम के लिए अब अगली चुनौती इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज है जो कि 2 अगस्त से शुरू होगी।
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पिछले कुछ समय से गिल का प्रदर्शन खराब रहा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे को छोड़कर इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज और अभी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी गिल कोई बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं हुए। इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज में इन्होंने सात पारियों में 119 रन बनाए थे। वहीं WTC फाइनल मुकाबले में भी गिल मात्र 36 रन ही बना पाए। ऐसे में अब प्लेइंग XI में गिल की जगह स्क्वॉड में में शामिल मयंक अग्रवाल को आजमाना चाहिए, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया में दो मैचों के बाद ड्रॉप कर दिया गया था। इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनकी वजह से मयंक अग्रवाल आगामी सीरीज में गिल से पहले मौका देना चाहिये।
3 कारण जिनकी वजह से मयंक अग्रवाल को इंग्लैंड के खिलाफ शुभमन गिल से पहले मौका देना चाहिए
#1 मयंक अग्रवाल ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में जबरदस्त प्रदर्शन किया था
मयंक अग्रवाल ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लीग चरण में शानदार बल्लेबाजी की थी। इसी वजह वो टूर्नामेंट के समापन के बाद भारत के लिए इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में चौथे स्थान पर काबिज हैं। अग्रवाल ने 20 पारियों में 42.85 की औसत से 857 रन बनाये थे। दूसरी तरफ गिल ने 8 मैचों में 31.85 की औसत से 414 रन बनाये हैं। ऐसे में अग्रवाल का बेहतर बल्लेबाजी औसत उनकी काबिलियत को साफ तौर पर दर्शाता है और वो गिल से पहले मौका पाने के हक़दार हैं।
#2 अग्रवाल का आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन
मयंक अग्रवाल आईपीएल 2021 में जबरदस्त लय में थे और उन्होंने अपनी टीम के लिए ताबड़तोड़ अंदाज में पारियां खेली थी। मयंक ने इस सीजन 7 मैचों में 141.30 के स्ट्राइक रेट से 260 रन बनाये थे और इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 99 रन था। इससे मयंक के हालिया फॉर्म का पता चलता है। वहीं गिल का आईपीएल में भी खराब फॉर्म था और उन्हें फाइनल में खिलाना भारतीय टीम को काफी महंगा पड़ा।
#3 गिल की तुलना में अग्रवाल सावधानी के साथ तेजी से रन बनाने में माहिर
मयंक अग्रवाल एक ऐसे बल्लेबाज हैं, जो जरूरत पड़ने पर पारी को संभालते हुए लगातार रन बनाने की काबिलियत रखते हैं और उनके पास स्विंग खेलने की काबिलियत है। वो काफी लम्बे समय से ओपनिंग करते हुए आ रहे हैं और गिल की तुलना में उनके पास बेहतर गेम है। अग्रवाल जितनी देर क्रीज़ पर रहते हैं वो रन बनाने के लिए देखते रहते हैं और यह चीज इंग्लैंड में बहुत ही जरूरी है।