विश्वकप 2019 में शामिल बांग्लादेश क्रिकेट टीम वर्तमान समय में दुनिया की सबसे बेहतरीन टीमों में शुमार की जाती है। बांग्लादेश ने सन 1986 में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला था लेकिन इस टीम को सबसे बड़ी सफलता उस समय हाथ लगी, जब उसने 2007 के विश्वकप में भारत जैसी मजबूत टीम को हराकर विश्वकप प्रतियोगिता से बाहर कर दिया था।
यही नहीं बांग्लादेशी टीम ने उसी टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम को भी सुपर आठ चरण में हराया था। इसके बाद बांग्लादेश ने एक बार फिर से कुछ समय पूर्व 2016 में भारत पर अपनी पहली एकदिवसीय क्रिकेट सीरीज में जीत दर्ज की और 2012, 2016 और 2018 में एशिया कप जैसे टूर्नामेंट के फाइनल में भी पहुंचा।
बांग्लादेश ने जबसे क्रिकेट खेलना शुरू किया, उसने तब से अपने प्रदर्शन में सुधार किया और विश्वकप में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि तीन ऐसी टीमें भी थीं, जिन्होंने बांग्लादेश से पहले वर्ल्ड कप खेलना शुरू किया था, जिनके बारे में आपको जानकारी भी नहीं होगी। आज हम आपको बांग्लादेश से पहले वर्ल्डकप खेलने वाली तीन टीमों के बारे में बताने जा रहे हैं।
#3 केन्या
केन्या विश्वकप खेलने वाला एक ऐसा एसोसिएट देश है, जिसने 2003 के विश्वकप में पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया था। हालांकि यह टीम सेमीफाइनल में भारत से हार गई थी और टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। बहुत ही कम लोगों को याद होगा कि केन्याई टीम ने 1996 में वर्ल्डकप खेलना शुरू किया था। जिसे ऑस्ट्रेलिया, भारत, वेस्टइंडीज, श्रीलंका और जिम्बाब्वे जैसे पूर्ण सदस्यों के साथ रखा गया था।
यह भी पढ़ें : वर्ल्ड कप 2019 : अगर रद्द हुआ भारत-पाकिस्तान मैच तो प्रायोजकों को होगा 100 करोड़ रुपए का नुकसान
हालांकि यह टीम अपने पहले ही विश्वकप में कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सकी थी। यह टीम 2003 में विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुंची और इसने अपना अंतिम विश्वकप 2011 में खेला और अपने सभी ग्रुप चरण के मैच गंवा दिए।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज़ स्पोर्ट्सकीड़ा पर पाएं।
#2 संयुक्त अरब अमीरात
इस टीम ने 1994 में आईसीसी की ट्रॉफी जीतकर 1996 के विश्वकप के लिए क्वालिफाई किया था। इस टीम ने केन्याई टीम के साथ ही अपना पहला विश्वकप टूर्नामेंट खेला था। हालांकि यह टीम केन्याई टीम के जितनी सफलता हासिल करने में नाकाम रही। 1996 के विश्वकप में एक अनोखा इतिहास भी बना था, जब एक एसोसिएट राष्ट्र ने दूसरे एसोसिएट राष्ट्र के खिलाफ मैच खेला था।
यह भी पढ़ें : वर्ल्ड कप खेलने वाले एसोसिएट देशों के तीन खिलाड़ी जिन्हें हमेशा याद किया जाएगा
यूएई ने उस दौरान नीदरलैंड पर अपनी एकमात्र विश्वकप जीत दर्ज की थी। यूएई 1999 से 2011 तक इस महाकुंभ के लिए क्वालीफाई करने में सफल नहीं हो सकी और एक बार फिर से इसे 2015 में मौका मिला लेकिन उस टूर्नामेंट में भी वह अपने सभी ग्रुप चरण के मैच हार गई और इस सबसे बड़े टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
#1 कनाडा
कनाडा एक ऐसी टीम है, जिसने यूएसए के साथ अपना पहला आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय मैच 1844 में खेला था लेकिन यह बात बहुत ही कम लोगों को पता होगी। यही नहीं इस टीम ने अपना पहला विश्वकप भी 1979 में खेला था। यह इस बात का सबूत है कि उत्तर अमेरिकी देश हमेशा से ही क्रिकेट खेलना पसंद करते रहे हैं।
यह भी पढ़ें : वर्ल्डकप 2019 : 3 दिग्गज खिलाड़ी जिन्होंने अबतक काफी निराश किया है
हालांकि यह टीम अपने 18 विश्वकप मैचों में से केवल 2 मैचों में ही जीत हासिल कर सकी। कनाडा ने अपना अंतिम विश्वकप 2011 में खेला था। जिसमें वह समूह चरणों से ही बाहर होगया था और उसके बाद से यह टीम कभी भी इस महा टूर्नामेंट में वापसी नहीं कर सकी। आपको बता दें कि कनाडाई टीम अमेरिकी महाद्वीप से अभी तक की सबसे बेहतरीन क्रिकेट टीम रही है लेकिन यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विफल हो गई।