साल 2020 देखते ही देखते खत्म हो गया और कोरोना वायरस के कारण इस साल को हमेशा याद भी किया जाएगा। इस साल क्रिकेट सहित हर तरह का खेल कोरोना वायरस से प्रभावित रहा और फैन्स को भी निराशा का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम सहित हर टीम के खिलाड़ी कोरोना के समय घरों के अंदर बंद रहे और इंतजार करते रहे कि कब खेल शुरू होगा। अंत में बायो बबल से कोरोना के समय भी क्रिकेट आयोजन कराने का फ़ॉर्मूला निकाला गया। यह फ़ॉर्मूला सफल तो रहा लेकिन तब तक साल का ज्यादातर समय खत्म हो गया था।
मार्च के बाद लगभग पांच से छह महीने के समय में खेल पूरी तरह से बंद रहा। जब खेल शुरू हुआ तब कुछ राहत क्रिकेट बोर्डों को मिली और खिलाड़ी भी उत्साहित दिखे। फील्डिंग विभाग में विकेटकीपरों ने इस साल सबसे ज्यादा बल्लेबाजों को पवेलियन भेजने में गेंदबाजों की मदद की। उनमें से तीन विकेटकीपरों का जिक्र यहाँ किया गया है जिन्होंने इस साल टेस्ट में सबसे ज्यादा बल्लेबाजों को आउट किया।
टेस्ट में सबसे ज्यादा बल्लेबाजों को आउट करने वाले कीपर
क्विंटन डी कॉक
दक्षिण अफ्रीका के नए टेस्ट कप्तान क्विंटन डी कॉक का नाम इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर आता है। क्विंटन डी कॉक ने विकेट के पीछे इस साल कुल 19 शिकार किये। उन्होंने 4 टेस्ट मैचों की 7 पारियों में ऐसा किया। डी कॉक ने सभी खिलाड़ियों को कैच आउट करके पवेलियन भेजा। स्टंपिंग एक भी नहीं था।
बीजे वॉटलिंग
न्यूजीलैंड के इस विकेटकीपर का नाम लिस्ट में दूसरे स्थान पर आता है। बीजे वॉटलिंग ने साल 2020 में 5 मैचों में 10 पारियों में विकेट के पीछे कुल 25 बल्लेबाजों का शिकार किया। वॉटलिंग ने सभी बल्लेबाजों को कैच करके पवेलियन भेजा। उन्होंने किसी भी बल्लेबाज को स्टंपिंग करके आउट नहीं किया। न्यूजीलैंड को उनकी कीपिंग से काफी फायदा हुआ।
जोस बटलर
इंग्लैंड के इस विकेटकीपर ने इस साल टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बल्लेबाजों का शिकार किया और उन्हें पवेलियन की राह भी दिखाई। जोस बटलर ने इस साल कुल 9 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 17 पारियों में विकेट के पीछे अपनी अहम भूमिका इंग्लैंड के लिए निभाई। बटलर ने कुल 30 बल्लेबाजों का शिकर किया और उन्हें पवेलियन भेज दिया। सभी को उन्होंने कैच आउट किया, एक भी स्टंपिंग इसमें शामिल नहीं था।