न्यूजीलैंड और भारत के बीच वेलिंग्टन में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में मेजबान टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और 10 विकेट से भारतीय टीम को हराया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 165 रन बनाए और दूसरी पारी मे वो सिर्फ 191 रनों पर ढेर हो गए। न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 348 रन बनाए और अंत में मिले 9 रन के लक्ष्य को बिना कोई विकेट खोए हासिल कर लिया।
टिम साउदी ने मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया और 9 विकेट चटकाए। उन्हें इसी बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। उनके अलावा ट्रेंट बोल्ट ने भी घातक गेंदबाजी की, दूसरी पारी में उनके आगे भारतीय ऊपरी क्रम टिक ही नहीं पाया।
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भारत के लिए इस मैच में कुछ भी सही नहीं हुआ और अब हम नजर डालेंगे भारत की करारी हार के मुख्य कारणों पर:
#) टॉस हारना
भारतीय टीम को पहले टॉस हारने का नुकसान हुआ और उन्हें पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी। पहले दिन ओवरकास्ट कंडीशन थे और पिच में तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिली। इसका फायदा न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने अच्छे से उठाया।
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाज टिक ही नहीूं पाए और सिर्फ 165 रनों पर ऑलआउट हुए। इसके बाद विकेट बेहतर हुआ, लेकिन सबसे मु्श्किल दिन बल्लेबाजी करने का नुकसान भारत को हुआ ।
#) निचले क्रम के बल्लेबाजों को आउट करने में नाकाम रहना
भारतीय टीम की काफी समय से यह कमजोरी रही है कि वो ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों के तो आउट कर देते हैं, लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों के खिलाफ उन्हें संघर्ष करते हुए देखा गया है। न्यूजीलैंड की पहली पारी में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला।
भारत ने तीसरे दिन एक समय न्यूजीलैंड का स्कोर 225-7 कर दिया था, लेकिन भारत की लचर गेंदबाजी के कारण मेजबान टीम का स्कोर 348 तक पहुंच गया और उन्हें पहली पारी के आधार पर 183 रनों की बढ़त मिली। एक समय ऐसा लग रहा था कि न्यूजीलैंड की टीम 100 रनों की बढ़त हासिल नहीं कर पाएगी, लेकिन ट्रेंट बोल्ट और काइल जेमिसन की तूफानी पारियों की बदौलत मेजबान टीम ने अपनी स्थिति को मजबूत कर लिया।
पहली पारी में इतनी बुरी तरह से पिछड़ने के बाद भारत के लिए वापसी वैसे ही मुश्किल हो गई थी और निचले क्रम के खिलाफ संघर्ष करना टीम की हार का कारण बना।
#) खराब बल्लेबाजी
भारत को पहले दिन मुश्किल विकेट पर बल्लेबाजी करने का न्यौता मिला, लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि टीम के बल्लेबाजों ने खुद को एप्लाई ही नहीं किया और खराब शॉट खेलकर आउट हुए। पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा जैसे बल्लेबाजों ने जिस तरह के शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए, उससे उन्हें खुद भी निराशा होगी।
इसके अलावा चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी ने जिस तरह का इंटेंट बल्लेबाजी करते हुए दिखाया उसने भी काफी निराश किया और यह हैरान करने वाला था। इन तीनों ने विकेट पर काफी समय बिताया, लेकिन यह रन बनाने में नाकाम रहे। इतना समय लेने के बाद भी स्कोरबोर्ड पर नहीं थे, जिससे दबाव दूसरे बल्लेबाजों पर जाता है।
#) विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली टीम के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, तो जसप्रीत बुमराह सबसे महत्वपूर्ण गेंदबाज। हालांकि वेलिंग्टन टेस्ट में यह दोनों ही खिलाड़ी पूरी तरह से नाकाम रहे, जिसका खामियाजा टीम ने चुकाया।
बुमराह ने पहली पारी में 26 ओवर डाले और 88 रन देकर उन्हें सिर्फ एक ही विकेट मिला। इसके अलावा वो न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम हुए और वो इतने प्रभावशाली भी नजर नहीं आए। बात भारतीय कप्तान विराट कोहली की करें, तो दोनों पारियों में जब टीम को उनसे सबसे ज्यादा उम्मीद थी और तब ही वो खराब शॉट खेलकर आउट हुए। कोहली ने मैच में 2 और 19 रन ही बनाए।
टीम के दो सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों के फ्लॉप प्रदर्श के कारण ही भारतीय टीम को मेजबान टीम के खिलाफ एकतरफा हार का सामना करना पड़ा।