क्रिकेट हमेशा से एक टीम गेम रहा है। भले ही खिलाड़ी अच्छा स्कोर करके या फिर अच्छी गेंदबाजी करके टीम को जीत की ओर ले जाता हैं परंतु टीम को पूरी तरीके से जीत तभी मिलती है जब उसके सभी खिलाड़ी एक साथ मिलकर अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं कि वही खिलाड़ी सफल होते हैं जो लगातार मेहनत करते हैं और अच्छा क्रिकेट खेलते हैं। हालांकि इसके बावजूद भी भाग्य का आपके साथ होना भी बहुत जरूरी है और गेंदबाज़ी में तो विशेषकर। फील्डर गेंदबाजी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं उनका काम गेंद को रोकना और साथ ही साथ कैच लेकर गेंदबाज के विकेट में सहयोग देना होता है।
हालांकि कभी-कभी फील्डर द्वारा आसान कैच भी छूट जाते हैं और उसका परिणाम पूरी टीम को भुगतना पड़ता है। आईपीएल में भी कई बार फील्डरों ने कैच छोड़ा है और उसका बहुत ही बड़ा खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा है।
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इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको पांच ऐसे कैचों के बारे में बताने वाले हैं जिनके छूटने की वजह से पूरे सीजन पर उसका बड़ा असर पड़ा:
#5 विराट कोहली द्वारा डेविड मिलर का कैच छोड़ना
2013 में अच्छा प्रदर्शन करने वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का मुकाबला कमजोर किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ था। अंक तालिका में दूसरे नंबर पर रहने वाली बैंगलोर के पास कुछ और मुकाबले जीतकर प्लेऑफ में अपनी जगह को पक्का करने का बेहतरीन मौका था।
दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए किंग्स इलेवन पंजाब टीम के लिए 10वें ओवर में डेविड मिलर क्रीज पर आए। आते साथ ही बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में एक गेंद हवा में ऊपर चली गई और विराट कोहली ने उस कैच को छोड़ दिया।
कोहली की इस गलती का फायदा उठा उठाते हुए डेविड मिलर ने 38 गेंदों में 101 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली और पंजाब वह मुकाबला जीत गया। इसके बाद लगातार तीन में से दो मुकाबले हारने की वजह से आरसीबी प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पायी।
#4 श्रीकांत अनिरुद्ध द्वारा यूसुफ पठान का कैच छोड़ना
कोलकाता नाइट राइडर्स 2014 के आईपीएल के अपने अंतिम लीग गेम में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलने उतरी थी। अपने प्ले-ऑफ स्थान को सील करने के बाद, केकेआर शीर्ष दो में जगह बनाने के इरादे से मैदान में उतरे थे। कोलकाता को शीर्ष 2 में जगह बनाने के लिए 160 रनों का पीछा करते हुए 15.2 ओवरों में मुकाबले को जीतना था।
क्रीज़ पर बल्लेबाजी करने आए यूसुफ पठान ने पहली ही गेंद को मिड विकेट के फील्डर के हाथ में दिया लेकिन श्रीकांत अनिरुद्ध ने आसान से कैच को छोड़ दिया। इसके बाद पठान ने 22 गेंदों में 72 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलकर कोलकाता को वह मुकाबला जिताकर उन्हें शीर्ष 2 में जगह बनाने में अहम भूमिका निभाई।