साल 1995/96 में इंग्लैंड के साउथ दौरे पर पांच मैच की सीरीज़ के दूसरे टेस्ट में इस टीम ने प्रतिष्ठित खेल दिखाया और टेस्ट ड्रॉ करा लिया। इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को पहले बल्लेबाज़ी के लिए बुलाया और प्रोटियाज़ ने गैरी गैरी किर्स्टन की मदद से 332 रन बोर्ड पर लगा दिए। उसके बाद प्रोटियाज़ ने इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी पर कड़ा प्रहार किया और पहली पारी में महज़ 200 रन पर इंग्लिश टीम को निपटा दिया। दूसरी पारी में भी साउथ अफ्रीका ने शानदार बल्लेबाज़ी की और मेहमान टीम को चौथी पारी में जीत के लिए पहाड़ जैसे 479 रन का लक्ष्य दिया। इंग्लैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट पर 167 रन बनाए थे और माइक एथर्टन 82 रन पर नाबाद थे। डोनाल्ड, शॉन पॉलक के आक्रमण के रहते इंग्लैंड के लिए पांचवां दिन खेल पाना बेहद कठिन चुनौती होने वाली थी । एथर्टन के साथ चौथे दिन उनके नाबाद जोड़ीदार रोबिन स्मिथ ने पांचवे दिन भी कुछ वक्त तक उनका साथ निभाया और 44 रन की पारी खेली। दिन के खेल में काफी ओवर्स शेष थे और इंग्लैंड पर हार का खतरा मंडरा रहा था और उन्हें किसी से जादुई प्रदर्शन की उम्मीद थी। ऐसी स्थिति में जैक रसेल एथर्टन का साथ निभाने क्रीज़ पर आए और दोनों के बीच 119 रनों की बहुत लंबी साझेदारी हुई जिसने नामुमकिन दिखने वाला ड्रॉ संभव बना दिया। दोनों बल्लेबाज़ों को अपने ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए ज्वाइंट मैन ऑफ द मैच दिया गया।