ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने 1971 में मेलबर्न में पहली बार इंटरनेशनल वनडे मैच खेला था। तब से लेकर अब दोनों ही टीमों ने वनडे क्रिकेट में ढेरों कीर्तिमान बनाये हैं। ऑस्ट्रेलिया जहाँ चार बार विश्व कप जीतने में सफल रहा, वहीँ इंग्लैंड ने भी 2019 में अपना पहला विश्व कप का ख़िताब जीता।
क्रिकेट एक टीम गेम है और बिना सभी खिलाड़ियों के एकजुट प्रदर्शन के ऐसा बहुत ही कम होता है, जब कोई व्यक्तिगत खिलाड़ी का प्रदर्शन अकेले ही टीम को जीत दिला दे। इंग्लैंड के रॉबिन स्मिथ वनडे क्रिकेट के पहले ऐसे बल्लेबाज थे जिनकी 150 रन से अधिक की व्यक्तिगत पारी भी इंग्लैंड को हार से नहीं बचा पायी। स्मिथ की यह पारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आयी थी।
वनडे प्रारूप में अभी तक 16 बार ऐसा हुआ है जब खिलाड़ी ने 150 से अधिक रन बनाये, इसके बावजूद उसकी टीम को हार का सामना करना पड़ा। क्रिस गेल (वेस्टइंडीज), तिलकरत्ने दिलशान (श्रीलंका) और रोहित शर्मा (भारत) जैसे खिलाड़ियों ने अपने करियर में दो बार 150 रन या इससे अधिक की पारी खेली लेकिन उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा।
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इस आर्टिकल के माध्यम से हम उन टॉप 5 वनडे पारियों के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं, जिनके बाद भी टीम को हार मिली:
#5 डेविड वॉर्नर- 173 (ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2016)
2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में 4-0 की अजेय बढ़त लेने के बाद दक्षिण अफ्रीका पांचवे वनडे में क्लीन स्वीप के इरादे से उतरी थी। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 327 रन का स्कोर खड़ा किया,
जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम नियमित अंतराल पर विकेट खोती रही लेकिन डेविड वॉर्नर ने रन बनाना जारी रखा। वॉर्नर ने 136 गेंदों में 173 रन की पारी खेली और आखिर में रन आउट हो गए। ऑस्ट्रेलिया की टीम 296 के स्कोर पर ऑलआउट हो गयी और टीम को पहली बार पांच मैचों की वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा।
#4 सचिन तेंदुलकर - 175 (भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2009)
सचिन तेंदुलकर की याह पारी 2009 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 मैचों की वनडे सीरीज के पांचवे मैच में आयी थी। हैदराबाद में हुए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 4 विकेट खोकर 350 रन बनाये। सभी को भारतीय टीम से एक अच्छे चेस की उम्मीद थी।
भारत की तरफ से सचिन ने पसंदीदा विरोधी टीम के खिलाफ 19 चौके तथा 4 छक्के लगते हुए 175 रन बनाये।तेंदुलकर ने रैना के साथ साझेदारी कर भारत की जीतने की उम्मीदों को जिन्दा रखा। रैना अर्धशतक बनाकर आउट हो गए लेकिन सचिन फिर भी डटे रहे। आखिर में सचिन पैडल स्वीप खेलते हुए कैच दे बैठे और भारत अंत में यह मैच हार गया।
#3 एविन लुईस - 176 * ( वेस्टइंडीज बनाम इंग्लैंड, 2017)
लंदन के ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे वनडे में एविन लुईस ने विस्फोटक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। लुईस ने मात्र 129 गेंदों में ताबड़तोड़ 176 रनों की नाबाद पारी खेली। लुईस चोट लगने की वजह से पारी के 47वें ओवर में रिटायर हर्ट हो गए। एक समय वेस्टइंडीज की टीम ने 181 के स्कोर पर इंग्लैंड के 5 बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया था लेकिन इसके बाद इंग्लैंड की टीम ने 35वें ओवर तक बिना खोये 77 रन और जोड़ लिए । मैच में बारिश की वजह से इंग्लैंड को डकवर्थ लुईस नियम के तहत जीत मिली।
#2 मैथ्यू हेडन - 181 * (ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड, 2007)
हैमिल्टन में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच 2007 चैपल-हैडली वनडे सीरीज के तीसरे वनडे के दौरान मैथ्यू हेडन ने एक ऑस्ट्रेलियाई द्वारा सबसे ज्यादा व्यक्तिगत वनडे स्कोर बनाया। हेडन ने 181 रन की नाबाद पारी खेली और अपनी इस पारी में उन्होंने 11 चौके और 10 छक्के जड़े। हेडन की इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 346/5 का स्कोर बनाया।
जवाब में न्यूजीलैंड की शुरुआत खराब रही और टीम ने 41 के स्कोर पर चार विकेट खो दिए। इसके बाद क्रेग मैकमिलन ने शतक लगाकर न्यूजीलैंड को मैच में बनाये रखा और अंत में मैकलम ने एक छक्का और एक चौका लगाकर न्यूजीलैंड को रोमांचक जीत दिलाई।
#1 चार्ल्स कॉन्वेंट्री - 194* (जिम्बाब्वे बनाम बांग्लादेश, 2009)
जिम्बाब्वे के विकेटकीपर चार्ल्स कॉवेन्ट्री ने 2009 में बुलावायो में ज़िम्बाब्वे और बांग्लादेश के बीच चौथे वनडे में 194* रनों की यादगार पारी खेली। कॉवेन्ट्री ने अपनी इस पारी में 16 चौके और 7 छक्के जड़े थे। इनकी इस पारी की बदौलत ज़िम्बाब्वे ने 50 ओवर में 312 रन का स्कोर बनाया।
जवाब में बांग्लादेश की तरफ से तमीम इक़बाल ने 154 रनों की पारी खेल ज़िम्बाब्वे को मैच जीतने से रोक दिया और इस तरह कॉवेन्ट्री की पारी भी ज़िम्बाब्वे को जीत नहीं दिला पायी।