जब भी कोई मैच खेला जाता है तब दर्शक उस खेल की जान समझे जाते हैं। अगर मैच के दौरान मैदान पर दर्शक मौजूद न हों तो खिलाड़ियों को भी खेलने का मजा नहीं आता है। दर्शक ही होते हैं जो अपने शोरगुल के जरिये मैदान को एक नई ऊर्जा प्रदान करते हैं। दर्शकों से भरे स्टेडियम में खेलने का मजा कैसा होता है इस बात का जवाब एक खिलाड़ी ही बेहतर दे सकता है।
हालाँकि, कई मौकों पर इन दर्शकों की वजह से मैच के दौरान खलल पड़ता भी देखा गया है। अपनी पसंदीदा टीम को हारते या जीतते हुए देख कई बार दर्शक नियमों को भूलकर मैदान के बीच में घुस जाते हैं, जिससे खिलाड़ियों की सुरक्षा तक खतरे में पड़ जाती है। इस आर्टिकल में हम उन 5 मौकों की बात करेंगे जब मैच खत्म होने से पहले ही फैंस पिच पर दौड़ पड़े।
इन पांच मौकों में मैच खत्म होने से पहले दर्शक पिच की ओर दौड़ पड़े थे
#5 2001 में स्टीवर्ड की पिटाई करते हुए पाकिस्तानी प्रशंसकों ने पिच पर धावा बोल दिया
2001 में यॉर्कशायर में इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेले गए एकदिवसीय मुकाबले में मेहमान टीम को मैच जीतने के लिए सिर्फ दो रनों की जरूरत थी। लेकिन मैच खत्म होने से पहले ही पाकिस्तान टीम के फैंस मैदान पर उमड़ पड़े और विकेटों को उखाड़ते हुए मैदान पर उत्पात मचाना शुरू कर दिया। इस वजह से दोनों टीमों के खिलाड़ी मैदान से पवेलियन की ओर भागने लगे। कुछ प्रशंसकों ने ग्राउंड पर मौजूद एक स्टीवर्ड को घायल भी कर दिया जिसके बाद उसे स्ट्रेचर के जरिये मैदान से बाहर ले जाया गया था।
#4 1983 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच
1983 में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए मैच में भी दर्शकों ने मैच खत्म होने से पहले पिच पर धावा बोल दिया था। सेमीफाइनल मैच में भारत को जीत के लिए अभी भी एक रन की जरुरत थी लेकिन दर्शकों को लगा की मैच खत्म हो चुका है। दर्शकों को पिच पर आता हुआ देखकर इंग्लैंड के कप्तान ने अपने सभी खिलाड़ियों को ऑफ़ साइड पर फील्डिंग करने के लिए लगा दिया ताकि मैच खत्म होने के बाद वह सब जल्दी से पवेलियन की ओर भाग सकें।
भारत की ओर से कपिल देव और संदीप पाटिल बल्लेबाजी कर रहे थे और दोनों मुस्करा भी रहे थे क्योंकि उन्हें भी पता था आखिरी रन बनाने के बाद उन्हें भी क्राउड का सामना करते हुए मैदान से बाहर जाना है।
#3 भारत बनाम इंग्लैंड के टेस्ट मैचों के दौरान 'जार्वो' ने की दखलंदाजी
2021 में भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज के दौरान डेनियल जार्विस नाम का आदमी दो बार खेले जा रहे मैच के दौरान मैदान में घुसने में कामयाब रहा था। जार्विस पहली बार नॉटिंघम में खेले गए टेस्ट मैच में 'जार्वो 69' नाम की भारतीय जर्सी पहनकर मैदान पर फील्डिंग करने के लिए उतरे और जब मैदान पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने उनसे मैदान पर आने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया मैं भारतीय खिलाड़ी हूँ और मैच में अपना काम कर रहा हूँ।
जार्विस दूसरी बार लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट मैच में भारतीय टीम की जर्सी पहनकर बल्लेबाजी करने उतरे। जार्विस द्वारा उनका किया ये कारनामा सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा पसंद किया गया था।
#2 जब वेस्टइंडीज के फैंस ने स्टीव वॉ का बल्ला छीना
1999 में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की एक रोमांचक वनडे सीरीज खेली गई थी जो कि 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई थी। सीरीज का निर्णयक मैच जॉर्जटाउन में खेला गया और मेहमानों को मैच जीतने के लिए आखिरी गेंद पर चार रनों की आवश्कता थी। स्टीव वॉ ने आखिरी गेंद पर मिड विकेट की ओर शॉट खेला। हालाँकि गेंद सीमा रेखा तक नहीं पहुंचने वाली थी लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने दो रन दौड़ कर पूरे कर लिए थे और पूरी संभावना की वे तीसरा रन भी लेकर मैच को टाई करवाने में सफल हो जायेंगे।
लेकिन वेस्टइंडीज के फैंस खेले जा रहे मैच में बाधा बन कर मैदान पर टूट पड़े और विकेटों को उखाड़ दिया। कुछ फैंस ने मिलकर वॉ से उनका बल्ला भी छीन लिया। कैरेबियाई फैंस के इस तरह के रवैये से वॉ को काफी बुरा लगा था। इस मैच को टाई घोषित किया गया था।
#1 रणजी मैच को जब कार की वजह से रोकना पड़ा
रणजी ट्रॉफी में दिल्ली और उत्तर-प्रदेश के बीच खेले जा रहे मैच के दौरान एक आदमी कार को मैदान पर ले आता है और करीब दो बार कार को पिच से गुजारता है। जिससे मैदान पर मौजूद सभी खिलाड़ी हैरान हो जाते हैं और मैच रोकना पड़ता है। गौरतबल है कि, जब ये घटना हुई तब गौतम गंभीर, ऋषभ पंत और इशांत शर्मा जैसे खिलाड़ी भी वहां मौजूद थे।
कार चला रहे इस व्यक्ति ने मैदान के मुख्य गेट पर किसी भी सुरक्षाकर्मी को न खड़ा देखकर इस घटना को अंजाम दिया था। सुरक्षाकर्मियों द्वारा बाद में पकड़े जाने पर उसने ये बहाना बनाया कि ये सब उसने जानबूझकर नहीं किया है।