क्रिकेट के मैदान में किसी भी टीम की सफलता में जब पूरी टीम का गुणगान किया जाता है तो जरूरी है कि कोच को भी सर्वोच्च स्थान दिया जाना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक कई ऐसे कोच रहे हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तो बड़ा नाम कमाया लेकिन कोचिंग के मामले में उन्हें वैसी सफलता हासिल नहीं हुई जैसी खिलाड़ी के रूप में मिली। कपिल देव और ग्रेग चैपल जैसे दो दिग्गज खिलाड़ी इसके उदाहरण कहे जा सकते हैं।
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लेकिन ऐसा नहीं है कि एक सफल खिलाड़ी ही सफल कोच बन सकता है। इस आर्टिकल में हम उन पांच कोच के बारे में बताने जा रहे जिन्होंने कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला लेकिन कोच के रूप में जबरदस्त कामयाबी हासिल की:
#5 ग्राहम फोर्ड
ग्राहम फोर्ड ने 31 साल की उम्र में ही कोचिंग शुरू कर दी थी। वर्ष 1999 में उन्हें दक्षिण अफ्रीका का असिस्टेंट कोच चुना गया और वो बॉब वूल्मर के साथ काम करते थे । उनकी देख-रेख में दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप में सेमीफाइनल का सफर तय किया। इसके बाद फोर्ड को वूल्मर के स्थान पर मुख्य कोच के तौर पर जगह दी गई। इसके अलावा फोर्ड को 2012 और 2016 में दो बार श्रीलंका के कोच के रूप में काम करने का मौका मिला और वो 2017 में आयरलैंड के कोच बने।
ग्राहम फोर्ड ने अपने करियर में केवल 7 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें उन्होंने 13.50 के औसत से ही रन बनाए।खिलाड़ी के रूप में कुछ खास नहीं कर सके ग्राहम फोर्ड ने कोच के रूप में शानदार काम किया।
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#4 मिकी आर्थर
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद से हाल ही में बर्खास्त किए गए कोच मिकी आर्थर ने कोच के रूप में शानदार काम किया है। मिकी आर्थर ने पाकिस्तान के मुख्य कोच के रूप में काफी लम्बे समय तक काम किया । उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के साथ भी कोच के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। कोच के रूप में आर्थर की सबसे बड़ी कामयाबी पाकिस्तान टीम को 2017 चैंपियंस ट्रॉफी का ख़िताब जितवाना था। उन्होंने कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है।
#3 जॉन बुकानन
जॉन बुकानन को क्रिकेट इतिहास का सबसे सफल कोच कहा जाये तो इसमें किसी को संदेह नहीं होना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया की टीम जब विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा बनाये हुए थी उस समय टीम के मुख्य कोच बुकानन ही थे। बुकानन के कार्यकाल में ऑस्ट्रेलिया ने कई बड़ी जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया के 2007 विश्व कप जीतने के बाद बुकानन कोच पद से हट गए थे।
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#2 माइक हेसन
न्यूजीलैंड क्रिकेट की कायापलट का श्रेय अगर किसी को दिया जाए तो उसके सबसे बड़े दावेदार होंगे माइक हेसन। ब्रेंडन मैकलम को कप्तान बनाने के पीछे माइक हेसन का ही हाथ था। न्यूजीलैंड की टीम ने मैकलम की कप्तानी में बड़ी ही आक्रामक क्रिकेट खेली और उसी के दम पर विश्व कप 2015 के फ़ाइनल तक पहुंचने में कामयाब रही थी। हेसन ने 2012 से लेकर 2018 तक न्यूजीलैंड के मुख्य कोच का कार्यभार संभाला।
#1 ट्रेवर बेलिस
ट्रेवर बेलिस इकलौते ऐसे कोच हैं जिन्होंने विश्व कप के साथ- साथ आईपीएल की ट्रॉफी भी जीती है। उन्होंने विश्व कप का ख़िताब इंग्लैंड टीम का मुख्य कोच रहते हुए जीती तो वहीं आईपीएल ट्रॉफी कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच के रूप जीती थी। इंग्लैंड के साथ सफल कोच के रूप में कार्य करने वाले बेलिस 2019 एशेज के बाद इंग्लैंड के मुख्य कोच के पद से हट जायेंगे।
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