Abhishek Nayar gives clarificatoin on Pitch ahead of 3rd Test: मुंबई में 1 नवंबर से भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा व अंतिम मैच खेला जाना है। इस मुकाबले से पहले वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर सभी की नजर है। दावा किया जा रहा है कि टीम इंडिया की तरफ से टर्निंग ट्रैक की मांग की गई है। हालांकि, फैंस को चिंता है कि पुणे जैसा हाल मुंबई में भी भारतीय बल्लेबाजों का ना हो, क्योंकि वहां भी स्पिनरों के लिए काफी मदद थी। इस बीच मैच से पहले गौतम गंभीर की अगुवाई वाले कोचिंग स्टाफ में शामिल अभिषेक नायर ने उन सभी दावों को खारिज कर दिया, जिनमें ये कहा जा रहा था कि टीम मैनेजमेंट खास तरह की पिच चाहता है। नायर ने कहा कि पिच तैयार करने का काम क्यूरेटर का होता है, जबकि खिलाड़ियों को खेलना होता है।
मौजूदा सीरीज में अभी तक खेले गए दोनों टेस्ट में अलग-अलग तरह की पिच देखने को मिली है। बेंगलुरु में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में तेज गेंदबाजों के लिए मददगार वाली पिच का इस्तेमाल हुआ था, जिसका फायदा न्यूजीलैंड को मिला था और भारत को 8 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। वहीं पुणे में स्लो टर्न वाली पिच बनाई गई लेकिन यहां भी भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी और न्यूजीलैंड ने पहली बार भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीतने का कारनामा कर दिया। अब टीम इंडिया पर किसी भी तरह मुंबई में जीत दर्ज करने का दबाव है।
पिच को लेकर नहीं है टीम इंडिया की कोई भी दखलंदाजी
तीसरे टेस्ट से पहले बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में आए अभिषेक नायर ने साफ कर दिया कि घर पर खेले जाने वाले मुकाबलों की पिचों को तैयार करने में भारतीय टीम कोई भी दबाव नहीं डालती है। उन्होंने कहा:
"काश हम पिचों को क्यूरेट कर पाते, लेकिन हम ऐसा नहीं करते। यह क्यूरेटर का काम है। हमें जैसे भी पिच दी जाती है, चाहे तेज गेंदबाजों को मदद करे या फिर स्पिन गेंदबाजों को, हम खेलते हैं। हम अपनी इच्छा अनुसार परिस्थितियां हासिल करने की कोशिश नहीं करते।"