'पाकिस्तान दुनिया की सबसे सुरक्षित जगहों में से एक है, ऑस्ट्रेलिया टीम को यहाँ आना चाहिए'

वकार यूनिस पाक टीम के गेंदबाजी कोच पद से हट चुके हैं
वकार यूनिस पाक टीम के गेंदबाजी कोच पद से हट चुके हैं

न्यूजीलैंड (New Zealand) और इंग्लैंड (England) के बाद ऑस्ट्रेलिया (Australia) को पाकिस्तान में खेलने एक लिए बुलाने को लेकर पहले से ही प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई हैं। रमीज राजा के बाद अब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वकार यूनिस का बयान आया है। वकार ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया को पाकिस्तान में आना चाहिए और यह वर्ल्ड के सबसे सुरक्षित देशों में से एक है।

ऑस्ट्रेलिया के एक न्यूज पेपर से बातचीत में वकार ने ऑस्ट्रेलिया कोपाकिस्तान का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि यह दुनिया के सबसे सुरक्षित स्थानों में से एक है। जब कोई देश सीरीज के लिए पाकिस्तान का दौरा करता है तो सुरक्षा एक अलग स्तर की होती है।

वकार ने यह भी कहा कि मैं और मेरी पत्नी सिडनी में रहते हैं और यह सुरक्षित स्थानों में से एक है, पाकिस्तान भी उसी तरह सुरक्षित है। हम आश्वस्त करते हैं कि आपका ध्यान रखा जाएगा। हमारी सुरक्षा दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक है। हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा कुछ नहीं होगा। जब कोई टीम आती है तो यह एक अलग खेल होता है। वे आतिथ्य सुनिश्चित करते हैं और वहां बेहतरीन सुरक्षा है।

यूनिस ने 2020 में पाकिस्तान के न्यूजीलैंड दौरे को याद किया और कहा कि उस समय कोरोना चल रहा था और 14 दिनों का क्वारंटीन मुश्किल था लेकिन हमने उसको माना। हमने यह सुनिश्चित किया कि क्रिकेट को नुकसान नहीं होना चाहिए। हम उस समय न्यूजीलैंड गए जब वैक्सीन नहीं थी। यह सबसे मुश्किल दौरों में से एक था जिसे मैंने अटेंड किया था। 14 दिनों का क्वारंटीन बहुत दर्दनाक था।

ऑस्ट्रेलिया का पाकिस्तान दौरा अगले साल प्रस्तावित है
ऑस्ट्रेलिया का पाकिस्तान दौरा अगले साल प्रस्तावित है

गौरतलब है कि अगले साल ऑस्ट्रेलिया का पाकिस्तान दौरा प्रस्तावित है और दो टीमों द्वारा दौरा रद्द होने के बाद कंगारू देश पर नजरें टिकी हुई हैं। पीसीबी पहले से ही प्रयास कर रही है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम दौरा रद्द न करे। हालांकि न्यूजीलैंड ने कई एजेंसियों से सुरक्षा खतरा होने के कारण दौरा रद्द करने का निर्णय लिया है। कोई भी टीम सुरक्षा खतरे के बिना टॉस से पहले दौरा रद्द नहीं करना चाहेगी। पाकिस्तान ने अब दौरा रद्द होने का कारण भारत को बताया है और कहा कि वहां से फर्जी ई-मेल में सुरक्षा खतरे की बात कही गई थी।

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Edited by निरंजन