Noida outfield Covered by Wedding Tents: अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच होने वाला एकमात्र टेस्ट मुकाबला 9 सितम्बर से शुरू होना था। हालांकि, ग्रेटर नोएडा में खेले जाने टेस्ट के मैच में पहले दो दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी गई। दरअसल, 7 सितम्बर को बारिश हुई थी जिसके चलते मैदान गीला हो गया था। लेकिन ग्राउंड्स मेंस दो दिनों में कड़ी मेहनत करने के बावजूद भी मैदान को सुखा पाने में विफल रहे हैं। स्टेडियम को सुखाने के लिए कोई भी आधुनिक मशीनें वहां मौजूद नहीं हैं। पखों के जरिए पिच सुखाई जा रही है। स्टेडियम की खस्ता हालत देखकर फैंस को भी भरोसा नहीं हो रहा है। इस बीच स्टेडियम के बारे में एक और विचित्र रिपोर्ट सामने आई है।
वेडिंग टेंट्स के जरिए आउटफील्ड को किया गया कवर
दरअसल, पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक टेस्ट मैच से एक दिन पहले आउटफील्ड को कवर करने के लिए तरपाल की जगह शादी वाले टेंट्स का प्रयोग किया गया था। हालांकि, बारिश तेज होने के बाद तरपाल का इस्तेमाल किया गया था जिसे अरुण जेटली स्टेडियम से लाया गया था। वहीं, रिपोर्ट में ये खुलासा भी किया गया है कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने मैदान को सुखाने के लिए पांच सुपर सोपर्स भी दिए हैं।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नोएडा स्टेडियम में फिर से ना आने की बात कही
एसीबी के अधिकारी भी नोएडा स्टेडियम की हालत देखकर काफी दुखी हैं। उन्होंने कहा कि हम दोबारा इस स्टेडियम में खेलने के लिए नहीं आएंगे। आजतक से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ी किसी भी चीज से खुश नहीं हैं। ट्रेनिंग से लेकर भोजन तक की सुविधा यहां पर ठीक नहीं है। इसी वजह से हम नोएडा के इस स्टेडियम में फिर से खेलने के लिए नहीं आएंगे। हमारी प्राथमिकता लखनऊ का एकाना स्टेडियम होगा। नोएडा में तो बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं और पूरी चीज अव्यवस्थित है।
गौरतलब हो कि अफगानिस्तानी बोर्ड चाहता था कि ये मुकाबला लखनऊ या फिर देहरादून में खेला जाए। लेकिन बीसीसीआई ने बोर्ड को सूचित किया था कि दोनों शहर अपनी-अपनी टी20 लीग का आयोजन कर रहे हैं। इस वजह से इन स्टेडियम में मैच नहीं खेला जा सकता। अफगानिस्तान ने पहले भी नोएडा में मैच खेले थे, इस वजह से उन्हें यहां खेलने की इजाजत मिली।