ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ओपनर डेविड वॉर्नर (David Warner) ने ये माना है कि भारत के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मुकाबले में खेलकर उन्होंने गलती की थी। वॉर्नर के मुताबिक कंगारू टीम को एक ओपनर की सख्त जरुरत थी और इसीलिए दर्द में होने के बावजूद उन्होंने खेलने का फैसला किया।
डेविड वॉर्नर को भारत के खिलाफ दूसरे वनडे मुकाबले के दौरान चोट लग गई थी। वो ग्रोइन इंजरी का शिकार हो गए थे। इसके बाद वो टी20 सीरीज और पहले दो टेस्ट मुकाबले में नहीं खेल पाए थे।सलामी बल्लेबाजों के फ्लॉप होने के बाद उन्हें आखिरी दो टेस्ट मुकाबलों के लिए कंगारू टीम में शामिल किया गया था। हालांकि वॉर्नर दोनों ही मैचों में कुछ खास नहीं कर पाए और फ्लॉप रहे।
इस हफ्ते डेविड वॉर्नर न्यू साउथ वेल्स के लिए खेलने वाले हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें भारत के खिलाफ आखिरी दो मैचों में नहीं खेलना चाहिए था। वॉर्नर के मुताबिक,
मुझे लगा कि टीम को मेरी जरुरत है और इसी वजह से मैंने उन दोनों टेस्ट मैचों में खेलने का फैसला किया था। लेकिन अब मुझे एहसास हो रहा है कि उन मैचों में नहीं खेलना चाहिए था। इंजरी की वजह से मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया। अगर मैं सिर्फ अपने बारे में सोचता तो फिर शायद ना खेलता लेकिन मैंने वही किया जो मुझे टीम के लिए अच्छा लगा।
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डेविड वॉर्नर की निगाहें 2023 वर्ल्ड कप पर हैं
डेविड वॉर्नर की नजरें पूरी तरह से 2023 वर्ल्ड कप पर हैं। उन्होंने इसको लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
मैं अभी 2023 वर्ल्ड कप के बारे में सोच रहा हूं। लिमिटेड ओवर्स में हमारा टीम कॉम्बिनेशन अच्छा है। हमारे पास भारत में खेलने और वर्ल्ड कप जीतने का अच्छा मौका मिला है। शायद कुछ खिलाड़ियों के लिए ये आखिरी वर्ल्ड कप होगा।
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