ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के पूर्व टेस्ट और वनडे ओपनर डेविड वॉर्नर (David Warner) ने छह साल पहले लगे आजीवन लीडरशिप प्रतिबंध को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Cricket Australia) से सवाल किया है। मार्च 2018 में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्नर को दक्षिण अफ्रीका (South Africa Crickegt Team) के खिलाफ न्यूलैंड्स टेस्ट में बॉल टेंपरिंग कांड (Ball Tampering Scandal) में शामिल होने का दोषी पाया और निलंबित किया। स्टीव स्मिथ (Steve Smith) और कैमरन बैनक्रॉफ्ट (Cameron Bencroft) भी इसमें दोषी पाए गए थे।
वॉर्नर 2019 में ऑस्ट्रेलिया के लिए दोबारा खेलने आए, लेकिन राष्ट्रीय टीम की कप्तानी के लिए उनका प्रतिबंध जारी रहा। हालांकि, बाएं हाथ के बल्लेबाज भविष्य में राष्ट्रीय टीम की कोचिंग के लिए योग्य हैं। वॉर्नर ने लीडरशिप प्रतिबंध को अजीब करार दिया।
वॉर्नर के हवाले से कोड स्पोर्ट्स ने कहा, 'कप्तानी और कोचिंग करने में क्या फर्क है? कोच बनने के बाद आप पर ज्यादा जिम्मेदारी होती है, आपको ऐसा नहीं लगता? मुझे नहीं पता। मुझे भरोसा नहीं। मुझे नहीं पता कि कैसे इसका जवाब दूं।'
उन्होंने आगे कहा, 'इस बात को पांच साल हो चुके हैं, लेकिन मुझे अब भी नहीं पता कि कैसे इस सवाल का जवाब दूं। यह ऐसी चीज है, जिससे अपना दिमाग हटा पाना मुश्किल है। मुझे ऑस्ट्रेलिया की कोचिंग करने की अनुमति है, लेकिन मैं कप्तानी नहीं कर सकता हूं। तो मुझे नहीं पता कि ये क्या है। यह ऑस्ट्रेलिया के अनुबंध के अंतर्गत है। यह लीडरशिप पोजीशन है। मुझे कुछ नहीं पता। यह बस अजीब है।'
डेविड वॉर्नर ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में अपना आखिरी टेस्ट खेला, जिसमें दूसरी पारी में उन्होंने अर्धशतक जमाया। वॉर्नर ने वनडे प्रारूप से भी संन्यास लिया, लेकिन 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में वो बतौर खिलाड़ी अपना योगदान देने के लिए राजी हैं।
डेविड वॉर्नर ऑस्ट्रेलिया के लिए टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे और इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में हिस्सा लेंगे, जिसकी मेजबानी वेस्टइंडीज और अमेरिका करेंगे। वॉर्नर इस समय यूएई में हैं, जहां आईएलटी20 में दुबई कैपिटल्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।