R Ashwin praises Sai Sudharsan: पूर्व भारतीय ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने साई सुदर्शन की जमकर तारीफ की है। उन्होंने साई की तुलना भारत के दिग्गज राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा से की है, जिन्होंने काफी सालों तक नंबर 3 पर अपना जलवा बिखेरा। अश्विन का मानना है कि सुदर्शन भी द्रविड़ और पुजारा जैसी स्थिरता और तकनीकी मजबूती रखते हैं। अश्विन ने अपने यूट्यूब शो ‘Ash ki Baat’ में कहा,"हमने चेतेश्वर पुजारा और राहुल द्रविड़ को नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए देखा है। साई सुदर्शन ने भी वैसी ही ठोस तकनीक और स्थिरता दिखाई। वह गेंद को अच्छे से छोड़ पा रहे थे। हां, पिच अच्छी थी, लेकिन उन्होंने एक कठिन फेज को बखूबी पार किया। उन्होंने वो रन बनाने का हक कमाया। मैं थोड़ा नाराज हूं, क्योंकि मैं उनका बहुत बड़ा शुभचिंतक हूं। वह शतक बना सकते थे। उस खिलाड़ी के अंदर रन बनाने की जबरदस्त भूख है। वो एक शानदार शतक से बस चूक गए।"साई सुदर्शन ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत इसी सीरीज के पहले मैच से की थी लेकिन कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए थे और फिर उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था। हालांकि, अब उन्हें मैनचेस्टर में मौका और उन्होंने पहली पारी में 151 गेंदों में 61 रन बनाए।करुण नायर के ड्रॉप होने से नाराज हैं अन्नामैनचेस्टर टेस्ट से करुण नायर को ड्राप करने के लिए अश्विन ने टीम मैनेजमेंट की कड़ी आलोचना की। उनका कहना है कि ऐसा कर के टीम मैनेजमेंट ने नायर के आत्मविश्वास को नुकसान पहुंचाया है। गौरतलब है कि नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ तीनों टेस्ट मैच खेले पर बल्ले से कमाल दिखाने में नाकाम रहे।एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के शुरुआती टेस्ट में नायर ने छठे नंबर पर खेलते हुए 0 और 20 रन बनाए थे। इसके बाद उन्हें साई सुदर्शन की जगह तीसरे नंबर पर भेजा गया और अगले दो टेस्ट मैचों में वह केवल 31, 26, 40 और 14 रन ही बना पाए। करुण को लेकर अश्विन ने कहा,“करुण नायर ने कभी भी नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी नहीं की है। अब आपने उन्हें नंबर 3 पर खिलाकर उनके माइंडसेट को एक ब्लॉक में डाल दिया है। लेकिन सारा क्रेडिट साई सुदर्शन को जाता है, क्योंकि एक युवा खिलाड़ी के लिए ये आसान नहीं होता कि टीम से ड्रॉप होने के बाद खासकर तब जब टीम सीरीज में 1-2 से पीछे हो। पर चौथे टेस्ट में वापसी कर जिस तरह से साई ने खेला वो तारीफ के काबिल है। मुझे लगता है कि आने वाले समय में उन्हें ही नंबर 3 की जगह को संभालना चाहिए ताकि टीम को थोड़ी स्थिरता मिल सके।”