Fans reactions on Virat Kohli pushed Sam Konstas: मेलबर्न में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट की शुरुआत हो चुकी है और इस मैच का पहला घंटा काफी जबरदस्त रहा। इसकी बड़ी वजह ऑस्ट्रेलिया के लिए अपने करियर की शुरुआत करने वाले सैम कोंस्टास रहे। इस 19 वर्षीय बल्लेबाज को नथान मैक्स्वीनी के ड्रॉप कर मौका दिया गया और उन्होंने अपनी पहली ही पारी में इसे पूरी तरह सही भी साबित किया। कोंस्टास ने बेख़ौफ़ hokar बल्लेबाजी की और इस दौरान भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खिलाफ ज्यादा ही आक्रामक अंदाज में नजर आए। उनकी धमाकेदार बल्लेबाजी को देखकर विराट कोहली ने उनका ध्यान भटकाने का प्रयास किया और इस युवा बल्लेबाज को धक्का मारते दिखे। इसके बाद दोनों के बीच कुछ बहस भी हुई। अब इस घटना को लेकर फैंस कोहली के ऊपर गुस्सा जाहिर करते हुए उनकी आलोचना कर रहे हैं।
दरअसल, सैम कोंस्टास ने शुरुआत से ही भारतीय गेंदबाजों पर हमला बोल दिया और इस दौरान उन्होंने जसप्रीत बुमराह के खिलाफ काफी रन बटोरे। इसी वजह से जैसे ही पारी का 10वां ओवर समाप्त हुआ, तभी कोहली एक छोर से दूसरी तरफ जा रहे कोंस्टास के सामने चलकर आए और फिर उन्हें कंधा मारा। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने उनसे कुछ कहा और कोहली भी वापस मुड़कर उनसे बात करते नजर आए। इन दोनों के बीच बात ज्यादा आगे बढ़ती, उससे पहले ही मामले को उस्मान ख्वाजा और मैदानी अंपायर माइकल गफ ने मामले को शांत करा दिया।
सैम कोंस्टास को धक्का मारने पर विराट कोहली को सोशल मीडिया पर बनाया गया निशाना
(यह विराट कोहली की ओर से दयनीय है, दुख की बात है, उनके कद का एक खिलाड़ी एक डेब्यू कर रहे प्लेयर से निपट रहा है जो चमक रहा है....स्पष्ट रूप से आप देख सकते हैं कि कोंस्टास का उन्हें धक्का देने का कोई इरादा नहीं था!!!)
(विराट कोहली निराश होकर डीएसपी सिराज की तरह व्यवहार कर रहे हैं। हो सकता है कि अंदर ही अंदर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का विचार चल रहा हो।)
(संपर्क प्रत्यक्ष और सशक्त है। बांह को साइड करने का कोई इरादा नहीं। विराट कोहली को 10 के लिए पाप बिन में होना चाहिए और 3-4 सप्ताह के निलंबन का सामना करना चाहिए)
(यह विराट कोहली की ओर से बिल्कुल दयनीय है। क्या मजाक है। सीधे बच्चे की ओर चला गया और फिर ऐसे व्यवहार किया जैसे कोंस्टास गलत था।)
(विराट कोहली को कोंस्टास के खिलाफ उस शर्मनाक एक्शन के लिए या तो निलंबित कर दिया जाना चाहिए या उनके मैच भुगतान पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए।)